किसान भाईयों, अगर आप धान की खेती करते हैं और ज्यादा उत्पादन प्राप्त करना चाहते हैं, तो सबसे पहला कदम है सही किस्म का चुनाव। आज हम आपको धान की उन 4 उन्नत किस्मों के बारे में बताएंगे, जो आपको ज्यादा उत्पादन देने में मदद करेंगी। सही किस्म का चुनाव न करने से अक्सर किसान भाई अच्छे उत्पादन से वंचित रह जाते हैं। इसलिए, सही वैरायटी का चुनाव करते समय आपको कई महत्वपूर्ण बिंदुओं का ध्यान रखना जरूरी है। इनमें से कुछ प्रमुख बिंदु हैं: उत्पादन की मात्रा, कटाई का समय, दाने का आकार, नर्सरी की तैयारी का समय, चावल का साफ होना, कम पानी में उपज, और मंडी में वैरायटी की डिमांड।
सही वैरायटी का चयन कैसे करें?
किसी भी वैरायटी का चुनाव करते समय आपको इन 10 बिंदुओं को ध्यान में रखना चाहिए:
वैरायटी का उत्पादन अधिक होना चाहिए।
कटाई का समय सही और जल्दी होना चाहिए।
दाने का आकार मोटा और वजनदार होना चाहिए।
नर्सरी जल्दी तैयार हो और रोपाई का समय सही हो।
चावल साफ और गुणवत्ता में अच्छा हो।
कम पानी में फसल हो सके।
अधिक कलों की संख्या हो ताकि उत्पादन बढ़ सके।
मंडी में उस वैरायटी की डिमांड हो।
अधिक भाव में मंडी में बिकने वाली वैरायटी।
रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी हो।
जेके सीड्स का 2082 (पहली वैरायटी)
हमारी पहली वैरायटी है जेके सीड्स का 2082। इस वैरायटी की नर्सरी आप 15 मई से 15 जून के बीच लगा सकते हैं। प्रति एकड़ के हिसाब से आपको 5 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होगी। इस वैरायटी का पकने का समय 120 से 125 दिन है। इसकी पौधों की ऊंचाई 110 से 115 सेंटीमीटर होती है, और इसका तना मजबूत होता है, जिससे यह तेज हवा और आंधी-तूफान से प्रभावित नहीं होता। यह वैरायटी ब्लास्ट रोग से प्रतिरोधक क्षमता रखती है, और दाना इसका भारी और वजनदार होता है। इस वैरायटी से 30 से 40 क्विंटल उत्पादन प्रति एकड़ होता है।
कावेरी 468 (दूसरी वैरायटी)
दूसरी वैरायटी है कावेरी 468। इसकी रोपाई आप 15 जून से 25 जुलाई के बीच कर सकते हैं। इसमें प्रति एकड़ 5 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है। इसकी पैदावार 25 से 28 क्विंटल प्रति एकड़ होती है। इसके पौधे की ऊंचाई 105 से 110 सेंटीमीटर होती है, और यह ब्लास्ट जैसे रोग के प्रति सहनशील होता है। इसका दाना मोटा, वजनदार और चमकीला होता है। इस वैरायटी में कम पानी में भी अच्छी पैदावार होती है।
पायोनियर 28 पीस 67 (तीसरी वैरायटी)
तीसरी वैरायटी है पायोनियर का 28 पीस 67। इसकी नर्सरी आप 15 जून से 20 जुलाई के बीच तैयार कर सकते हैं, और प्रति एकड़ 4 से 5 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है। यह वैरायटी 135 से 140 दिन में पूरी तरह से पक कर तैयार हो जाती है। इसके पौधे की ऊंचाई 110 से 115 सेंटीमीटर होती है, और इसका तना मजबूत होता है, जिससे यह गिरता नहीं है। इसकी पैदावार 28 से 32 क्विंटल प्रति एकड़ होती है। यह रोग प्रतिरोधी है और कम रोगों का प्रभाव पड़ता है।
पूसा बासमती 1692 (चौथी वैरायटी)
अंतिम वैरायटी है पूसा बासमती 1692। इसकी रोपाई आप 10 जून से 10 जुलाई के बीच कर सकते हैं, और नर्सरी तैयार करने के लिए 4 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है। इसकी पौधों की ऊंचाई 118 से 120 सेंटीमीटर होती है और इसका तना मजबूत होता है। यह 115 से 125 दिन में पक जाता है और इसमें सबसे अधिक संख्या में कलें निकलती हैं। इस वैरायटी में ब्लास्ट जैसे रोग का असर बहुत कम होता है। इसकी पैदावार अच्छी होती है, और मंडी में इसकी डिमांड भी अधिक होती है।
निष्कर्ष
अगर आप धान की खेती करते हैं तो इन 4 उन्नत किस्मों को ध्यान में रखते हुए सही चुनाव करें। सही किस्म का चयन आपकी खेती की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ये सभी वैरायटी कम पानी में अच्छी पैदावार देती हैं, और किसान भाइयों के लिए लाभकारी साबित होती हैं।

मेरा नाम छोटन राय है और मै एक ब्लॉगर हु और sacchikheti.com का founder हु और मै इस वेबसाइट ब्लॉग के माध्यम से हम सभी किसान भाइयो को खेती से जुडी अपडेट देते है साथ ही खेती से जुडी योजना एवं कृषि बिजनेस आइडियाज के बारे में भी बताते है,मुझे कंटेंट राइटिंग करते हुए 6 सालो का अनुभव है|