कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक भारत के प्रत्येक राज्यों के किसान भाई पपीते की खेती सफलतापूर्वक करते है वैसे तो भारत में पपीते की कई सारी उन्नत किस्मे है पर पिछले कुछ सालो से किसान भाइयो की पहली पसंद रही है ताइवान रेड लेडी 786 F1 पपाया
यह किस्म किसान भाइयो के लिए कितने फैयदे का सौदा है जानेंगे इस आर्टिकल के माध्यम से
आज हम इस आर्टिकल में 1 एकड़ ताइवान रेड लेडी 786 F1 पपाया की खेती का सम्पूर्ण विश्लेषण इन 5 पॉइंट्स के आधार पर करेंगे
1. लागत
2. उत्पादन
3. समय
4. आमदनी
5. मुनाफा
पपीता की फसल एक येसी फसल है जिसके साथ में हम कई सारी फसलो की intercropping कर सकते है अब ये कौनसी फसले है जिसकी intercropping पपीते की खेती के साथ कर सकते है जानेंगे इस आर्टिकल में
1. पपीता की खेती में लागत
अगर आप पपीता के पौधों का ट्रांसप्लांट करते समय लाइन से लाइन की दुरी 5 by 5 फीट और पौधे से पौधे की दुरी 9 फीट और इन पौधे को जिग ज़ैग तरीके से लगाते है जिग जैग में दूसरी लाइन में आने वाले पौधे पहली लाइन में आने वाले 2 पौधों के बीच में आयेंगे
1 एकड़ में कुल 1000 पौधे लगाये जा सकते है ताइवान रेड लेडी 786 F1 पपाया के 1 पौधे का मूल्य नर्सरी में हमें 20 रूपए से 40 रूपए तक मिलता है हम इन दोनों का औसतन 30 रूपए लेते है इस तरह हमारा 1 एकड़ पपीता की खेती में पौधा रोपण का खर्चा 30,000 रूपए आएगा
खेत की तैयारी का खर्चा लगभग 4000 रूपए आएगा व रासायनिक खाद का खरचा 12,000 रूपए तक आएगा
2. पपीता की खेती में उत्पादन
1 एकड़ में पपीता की खेती से होने वाला उत्पादन 480 क्विंटल होता है
3. पपीता की खेती में समय
पपीता की नर्सरी तैयार करने का सबसे उपयुक्त समय 15 जनुअरी से 15 मार्च है व पौधे ट्रांस्प्लान्डिंग का सबसे उपयुक्त समय 15 मई से 15 मार्च है इसके अलावा आप 15 सितम्बर से 15 अक्टूबर के बीच में भी पपीता के पौधों का ट्रांसप्लांट कर सकते है खेत में ट्रांस्प्लान्डिंग में 2 से 3 महीने के बाद फुल आने लगते है व चौथे महीने से फल बनने लगते है व 7 से 8 महीने के बाद में हमें harvesting मिलने लगती है जो की 2 से 2.5 साल तक चलती है इस तरह हमारी ताइवान रेड लेडी 786 F1 पपीता की खेती की समय साइकिल 2 से 2.5 साल होती है
4. पपीता की खेती में आमदनी
हमें पपीता का मंडी थोक भाव पिछले कुछ सालो में अच्छा देखने को मिला है किसान भाइयो को कम से कम थोक भाव 5 रूपए मिल रहा है और अधिकतम 15 रूपए ,20 रूपए और कई बार आपको 25 रूपए के आसपास भी मंडी थोक भाव देखने को मिलता है
उत्पादन – 480 क्विंटल
1 क्विंटल = 100 kg
10 रूपए प्रति kg
48,000 x 10 = 4,80,000 रूपए आमदनी
1 एकड़ पपीता की खेती से हमारी आमदनी हुयी 4,80,000 रूपए
5. पपीता की खेती से मुनाफा
मुनाफा निकलने के लिए कुल आमदनी में से लागत को घटा देंगे
आमदनी – 4,80,000 रूपए – लागत – 90,000 रूपए
4,80,000 – 90,000 = 3,90,000 प्रॉफिट
मुनाफा = 3,90,000 रूपए
आर्टिकल के अंत में हम बात करेगे की पपीता के साथ में किन किन फसलो की intercropping कर सकते है
पपीता की फसल के साथ multilayer farming कर सकते है इसके अलावा आप गेंदा ,मेथी ,पालक , धनिया और अदरक और भी कई सारी फसलो की पपीता की खेती के साथ intercropping कर सकते है
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