नमस्कार किसान भाइयों यदि आप इस वर्ष धान की खेती करने की योजना बना रहे हैं और चाहते हैं कि आपकी फसल से भरपूर और रिकॉर्ड उत्पादन प्राप्त हो, तो आप बिल्कुल सही जानकारी पर आए हैं। इस लेख में हम आपको धान की ऐसी पाँच उत्कृष्ट हाइब्रिड वैरायटियों के बारे में विस्तार से बताएंगे, जो पिछले कई वर्षों से किसानों को लगातार बेहतरीन उत्पादन दे रही हैं और इस साल भी ये वैरायटियां शानदार प्रदर्शन करने वाली हैं।
कम लागत में अधिक उत्पादन देने वाली धान की किस्में
किसान भाइयों, इन वैरायटियों की खासियत यह है कि इन पर रोग और कीटों का प्रभाव बहुत कम होता है। साथ ही, कम पानी और कम लागत में भी ये धान की किस्में बेहतरीन उत्पादन देती हैं। इन किस्मों के पौधों में कलों की मात्रा अधिक होती है, फुटाव भी भरपूर होता है, और पौधों का तना मजबूत होता है। इसकी वजह से पौधे गिरते नहीं हैं और फसल सीधी खड़ी रहती है, जिससे स्वाभाविक रूप से उत्पादन में वृद्धि होती है।

मोटा, लंबा और वजनदार दाना – बाज़ार में मिलता है अच्छा दाम
इन सभी वैरायटियों के दाने मोटे, लंबे और वजनदार होते हैं। जब फसल पूरी तरह से पककर तैयार होती है तो धान का रंग सुनहरा पीला हो जाता है, जिससे बाजार में इन किस्मों को बेहतर दाम मिलते हैं। यदि आप भी इस वर्ष उच्च गुणवत्ता की धान की खेती करना चाहते हैं तो इन वैरायटियों में से किसी एक का चयन अवश्य करें।
नई किस्मों का चयन है आवश्यक
हर वर्ष एक ही किस्म की खेती करने से भूमि की उर्वरता पर असर पड़ता है और उत्पादन में गिरावट आ सकती है। इसलिए यह आवश्यक है कि आप हर साल वैरायटी को बदलें ताकि भूमि में संतुलन बना रहे और पैदावार बढ़े। इसके साथ ही, खाद प्रबंधन में भी बदलाव जरूरी है। यदि पिछले वर्ष आपने एनपीके या डीएपी का उपयोग किया था तो इस वर्ष किसी अन्य खाद का चयन करें जिससे पोषक तत्वों की कमी पूरी की जा सके।
वैरायटी 1: एमटीयू 7029 (MTU 7029)
यह किस्म बेहद लोकप्रिय और विश्वासपात्र है। इसकी नर्सरी आप 15 मई से 15 जून के बीच कभी भी डाल सकते हैं। बीज की मात्रा प्रति एकड़ 5 से 6 किलोग्राम होनी चाहिए। यह फसल 130 से 135 दिनों में पककर तैयार हो जाती है और 35 क्विंटल प्रति एकड़ तक उत्पादन देती है। इस वैरायटी के पौधों की लंबाई 100 से 110 सेंटीमीटर होती है और तना मजबूत होता है, जिससे फसल गिरती नहीं है। इसका चावल लंबा, मोटा और वजनदार होता है।
वैरायटी 2: सवा नशीट 7501 (Sawa Nasheet 7501)
यह किस्म भी किसानों के बीच बेहद लोकप्रिय है। इसकी नर्सरी 10 मई से 15 जून तक कभी भी डाली जा सकती है। प्रति एकड़ बीज की मात्रा लगभग 6 किलोग्राम होनी चाहिए। यह वैरायटी 135 से 140 दिनों में तैयार होती है और 35 से 40 क्विंटल प्रति एकड़ तक उत्पादन देती है। इसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी तीव्र है, जिससे इसमें विशेष प्रकार के रोग नहीं लगते।
वैरायटी 3: एरिज 644 गोल्ड (ARIZE 644 Gold – Bayer)
यह बायर कंपनी की एक उत्कृष्ट किस्म है जो टॉप 10 हाइब्रिड धान वैरायटियों में शामिल है। इसकी नर्सरी 15 मई से 15 जून के बीच डाली जा सकती है। बीज की मात्रा 6 से 7 किलोग्राम प्रति एकड़ रखनी चाहिए। यह किस्म 140 दिनों में तैयार होती है और 35 से 40 क्विंटल प्रति एकड़ उत्पादन देती है। पौधे की ऊंचाई 100 से 105 सेंटीमीटर होती है और तना मजबूत होता है जिससे फसल गिरती नहीं।
वैरायटी 4: बसंती (Basanti – Bioseed)
बायोसीड कंपनी की यह किस्म भी बेहद फेमस है। इसकी नर्सरी 15 मई से 15 जून तक डाली जा सकती है। बीज की मात्रा 5 किलोग्राम प्रति एकड़ पर्याप्त होती है। यह किस्म 130 दिनों में पककर तैयार हो जाती है और 30 से 35 क्विंटल प्रति एकड़ उत्पादन देती है। इसकी बालियाँ लंबी होती हैं, दाने पीले और वजनदार होते हैं जिससे बाजार में अच्छे दाम प्राप्त होते हैं।
वैरायटी 5: वीएआर 2377 (VAR 2377 – VAR Company)
वीएआर कंपनी की यह किस्म भी काफी चर्चित और विश्वसनीय है। इसकी नर्सरी 15 मई से 20 जून के बीच डाली जा सकती है। बीज की मात्रा लगभग 6 किलोग्राम प्रति एकड़ होनी चाहिए। यह फसल 130 से 135 दिनों में तैयार हो जाती है और 30 से 32 क्विंटल प्रति एकड़ उत्पादन देती है। पौधे की लंबाई लगभग 100 सेंटीमीटर होती है, तना मजबूत होता है और दाना वजनदार व लंबा होता है।
निष्कर्ष
किसान भाइयों, ऊपर बताई गई पाँचों वैरायटियाँ उच्च गुणवत्ता की हाइब्रिड किस्में हैं जो कम लागत और कम रोग के साथ अधिक उत्पादन देती हैं। यदि आप इस वर्ष धान की खेती में कुछ अलग करना चाहते हैं और भरपूर उत्पादन पाना चाहते हैं तो इनमें से किसी भी वैरायटी का चयन आत्मविश्वास के साथ कर सकते हैं।

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