इसको हिमाचल के विभिन्न हिस्सों में अलग अलग नामो से जाना जाता है इसका वज्ञानिक नाम मार्कुला अस्क्युलुनता है यह सब्जी औषधि गुणों से भरपूर है
हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला में चेऊ और किन्नोर में जांग नोच के नाम से जाना जाता है वैसे गुच्छी एक प्रकार का प्राकृतिक रूप में पाया जाने वाला मशरूम है जिसका तना सफ़ेद व हलके पीले रंग का होता है
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गुच्छी 18 से 21 तापमान में उगती है और औसतन 2.7 cm चौड़ी व 2 से 10 cm लम्बी होती है गुच्छी निम्न उचाई पर सफ़ेद रंग की पायी जाती है पहाड़ी ग्रामीण लोगो में मान्यता है की गुच्छी बादलो के गर्जन के साथ निकलती है
गुच्छी हिमाचल प्रदेश , उतराखंड , कश्मीर और हिमालय के अन्य उचाई वाले हिस्सों में निकलती है
यह गुच्छी 15000 से 25000 रूपए प्रति किलो के हिसाब से बिकती है गुच्छी में एंटी ओक्सिडेंट होते है मिनरल व विटामिन काफी मात्रा में पाया जाता है इसलिए गुच्छी में कई औषधि गुण पाए जाते है