इस लेख में आपको Gerbera Flower Farming in Hindi से जुड़ी पूरी जानकारी मिलेगी। इसमें जरबेरा फूल की खेती कब करें, कैसे करें, किस मिट्टी की जरूरत है, सिंचाई, दवा प्रबंधन, कीमत, बारहमासी होने की जानकारी और किसानों द्वारा पूछे जाने वाले सभी सवालों के सटीक उत्तर शामिल हैं। लेख का उद्देश्य किसानों को सफल खेती की दिशा में विश्वास और सही मार्गदर्शन देना है।
Gerbera Flower in Hindi: जरबेरा फूल क्या होता है
जरबेरा फूल को जरबेरा डेज़ी, ट्रांसवाल डेज़ी और बार्बर्टन डेज़ी के नाम से भी जाना जाता है। यह अपने बड़े, चमकीले और आकर्षक फूलों के कारण दुनिया भर में मशहूर है। लाल, गुलाबी, नारंगी, सफेद और पीले रंगों में मिलने वाला यह फूल मूल रूप से दक्षिण अफ्रीका का है, लेकिन आज इसकी खेती दुनिया के हर हिस्से में की जा रही है। इसकी सबसे खास बात है कि यह फूल कई दिनों तक ताज़ा बना रहता है, इसी वजह से शादी-समारोह, बुके और सजावट में इसकी भारी मांग है।

Gerbera Flower Farming in Hindi: जरबेरा फूल की खेती कैसे करें
जरबेरा फूल की सबसे खास बात यह है कि यह कटाई के 8 से 10 दिन तक ताज़गी बनाए रखता है। यह फूल बाजार में बड़ी मात्रा में बिकता है और किसानों को लगातार आय देता है।
खेती शुरू करने से पहले मिट्टी की जांच जरूर करवानी चाहिए। मिट्टी भुरभुरी, पानी निकासी वाली और पोषक तत्वों से भरपूर होनी चाहिए। यदि मिट्टी में सल्फर या फास्फोरस की कमी है, तो खेत में फास्फोरस की मात्रा बढ़ाना जरूरी है।
मिट्टी की अच्छी जुताई करने के बाद 30 ग्राम मिथाइल ब्रोमाइड या 100 मिलीलीटर फॉर्मेल्डिहाइड को 5 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। इससे फफूंद और दीमक जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
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बेड विधि से जरबेरा फूल की खेती
जरबेरा की खेती बेड बनाकर करना सबसे अधिक सफल माना जाता है। इसके लिए खेत में 60 सेंटीमीटर चौड़े और 50 सेंटीमीटर ऊँचे बेड तैयार किए जाते हैं, क्योंकि इस फसल में पानी बिल्कुल नहीं रुकना चाहिए। बेड से बेड की दूरी 30 सेंटीमीटर रखनी आवश्यक है।
पौधों को दो तरीकों से लगाया जा सकता है: बीज से नर्सरी तैयार कर या टिश्यू कल्चर पौधों को सीधे बेड पर लगाकर। पौधे से पौधे की दूरी लगभग 9 इंच होनी चाहिए।
लगाने के दो महीने बाद हल्के फूल आने लगते हैं और तीसरे महीने से अच्छी गुणवत्ता की फ्लॉवरिंग शुरू हो जाती है।
सिंचाई के लिए खेत में फव्वारे होना आवश्यक है। रोजाना 10 से 15 मिनट फव्वारा चलाने से पौधे तंदरुस्त रहते हैं और फूलों की गुणवत्ता बढ़ती है।
कटाई के बाद फूलों को पॉलीथिन में लपेटकर रखना चाहिए, ताकि वे लंबे समय तक सुरक्षित और ताज़ा बने रहें।

Gerbera Flower Price: जरबेरा फूल का बाजार मूल्य
जरबेरा का दाम इसकी वैरायटी, रंग और गुणवत्ता के आधार पर तय होता है। आमतौर पर प्रति तना कीमत 20 से 50 रुपये तक होती है।
| रंग | कीमत प्रति तना |
|---|---|
| लाल | ₹50 – ₹100 |
| सफेद | ₹20 – ₹30 |
| गुलाबी | ₹30 – ₹40 |
| पीला | ₹40 – ₹50 |
जरबेरा फूल की डिमांड लगातार बनी रहती है और यही वजह है कि किसान इसे एक बेहतरीन कमाई वाली फसल मानते हैं।
क्या जरबेरा एक बारहमासी पौधा है
हाँ, जरबेरा एक बारहमासी पौधा है, लेकिन इसे सफलतापूर्वक पूरे साल उगाने के लिए पॉलीहाउस की आवश्यकता होती है। यदि आप खुले खेत में 4 महीने की अवधि के लिए खेती करना चाहते हैं, तो खेत में 70 से 80 प्रतिशत नमी और 20 से 30 डिग्री तापमान होना जरूरी है।
जरबेरा कब लगाया जाता है
जरबेरा की रोपाई हर चार महीने के अंतराल पर की जा सकती है। यह फसल जून-जुलाई से लेकर मार्च-अप्रैल तक लगाई जा सकती है, जिससे सालभर लगातार खेती और आय प्राप्त होती है।
क्या जरबेरा का फूल सालभर खिलता है
हाँ, जरबेरा फूल सालभर खिल सकता है, बशर्ते नमी और तापमान नियंत्रण में हो। पॉलीहाउस में इसकी खेती सबसे अधिक सफल मानी जाती है, जहाँ फूलों की पैदावार लगातार बनी रहती है।
FAQs: Gerbera Flower Farming in Hindi
1. क्या Gerbera Flower Farming in Hindi के लिए पॉलीहाउस जरूरी है?
अगर आप सालभर खेती करना चाहते हैं, तो पॉलीहाउस बेहद आवश्यक है।
2. खेत में जरबेरा लगाने का सही समय क्या है?
जून-जुलाई से लेकर मार्च-अप्रैल तक किसी भी महीने में खेती शुरू की जा सकती है।
3. जरबेरा फूल कितने दिनों तक ताज़ा रहता है?
उचित देखभाल करने पर यह 8 से 10 दिन तक ताज़ा रहता है।
4. क्या Gerbera Flower Farming in Hindi कमाई वाली खेती है?
हाँ, प्रति तना 20 से 100 रुपये तक कीमत मिलने से यह बहुत लाभदायक फसल है।
5. एक पौधा कितने फूल देता है?
अच्छी देखभाल में एक पौधा साल में 20 से 40 फूल दे सकता है।
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