पपीता एक जानामाना फल है इसका उपयोग औषधी के रूप में भी किया जाता है इसका स्वाद अच्छा होने के साथ साथ यह भूख लगने और पाचन में भी सहायक होता है आज हम आपको इसी पपीते की खेती के बारे में बताने वाले जो कम लगत में अच्छा उत्पादन आपको दें सकता है यह भी बताएँगे आपको की कौनसे पपीते की किस्म आपको लगानी है,कितनी लगत लगेगी ,क्या खाद लगेगा ,कब सिंचाई करना है यह सब कुछ हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है |
इस आर्टिकल में हम आपको TAIWAN red लेडी 786 पपीते के बारे में बताएँगे कितनी इसकी उत्पादन होगा ,क्या आमदनी होगी ,कितने दिन की यह फसल होने वाली है है ,क्या प्रॉफिट होगा सब कुछ इस पपीते की किस्म के बारे में बताएँगे |
पपीते की पौधे की लागत प्रति एकड़
TAIWAN red लेडी 786 पपीते के पौधों को हम अलग अलग दुरी में लगा सकते है कई किसान भाई 8*5 की दुरी पर इस पौधे को लगाते है तो कुछ किसान भाई 8*6 की दुरी पर इसे लगाते है |अगर हम लाइन से लाइन की बीच की दुरी 8 फिट रखते है और पपीता के एक पौधे से दुसरे पौधे की दुरी 6 फिट रखते है तो एक एकड़ में पपीते के कुल 900 पौधे लगेंगे | और इस किस्म के पपीते का एक पौधा 25 रूपए से 30 रूपए का मिलता है अगर हम 30 रुपये माने तो एक एकड़ में कुल 27000 के पौधे लगेंगे |
पौधे लगाने के लित्ये हमे लेबर की आवश्यकता पड़ती है और उसके लिए हमे 2000 हज़ार रुपयों का खर्च आता है खेत की तैयारी में 4000 हज़ार रुपयों का खर्च आता है और रासायनिक उर्वरक का हमारा खर्चा 12 हज़ार रूपये और पपीते को कीट से बचाने के लिए हम स्प्रे करते है जिसका हमारा खर्चा आ जाता है 8 हज़ार |
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और जब पपीते के पेड़ में फुल आने लगते है उस समय पर अच्छा उत्पादन लेने के लिए हम माइक्रो न्युट्राइट और बोरान डालते है जिसके लिए हमें 5 हज़ार और लगते है और इसके बाद निराई गोड़ाई और harvesting के लिए हमे लेबर की जरुरत होती है तो इस तरह एक एकड़ में पपीते की खेती में 80 हज़ार से 90 हज़ार की लगत आती है |
प्रति एकड़ पपीते का उत्पादन
सबसे बढ़िया उत्पादन लेने के लिए Red लेडी 786 ताइवान A1 वाली वेराइटी का ही चुनाव करना चाहिए और इस वेराइटी के केवल एक पौधे से कम से कम 70 किलो पपीते और अधिक से अधिक 150 किलो तक पपीते प्राप्त कर सकते है | यदि एक पौधे से 60 किलो भी पपीते का उत्पादन मिलता है तो एक एकड़ में कुल 900 पौधे लगे होते है तो उनमे से अगर 800 पौधे भी फल देते है तो आपको एकड़ में कम से कम 480 क्विंटल का उत्पादन मिलता है |
पपीते की खेती का सही समय क्या है ?
पपीते की खेती करने के लिए सबसे अच्छे माह है फ़रवरी ,मार्च और अप्रैल यदि आप मार्च के महीने में पपीते के पौधे की ट्रांस्प्लान्टिंग करते है तो मई या जून के महीने में आपको फुल आने दिखना शुरू हो जायेगे और पौधा लगने के 4 महीने बाद उसमे फल लगना शुरू हो जाते है और सितम्बर माह के अंत तक आप पपीते की हार्वेस्टिंग शुरू कर सकते है |
पपीते की फसल से आमदनी
हमें पपीते का जो मंडी थोक भाव होता है वो हर इलाके के अनुसार अलग अलग देखने को मिलता है कुछ इलाको में किसान भाई को 20 रूपये प्रति किलो भी पपीते का थोक भाव मिलता है तो कुछ जगहों पर 5 से 10 रूपये प्रति किलो भी थोक भाव मिल जाता है ,यदि हम 10 रूपए प्रति किलो भी मंडी का थोक भाव लेते है तो हमारा जो उत्पादन हुआ था 480 क्विंटल का तो इस तरह हमारी आमदनी हुई 4 लाख 80 हज़ार रूपये
और यदि हमे पपीते का मंडी थोक भाव यदि 7 रूपये मिलता तो हमारी आमदनी 3 लाख 36 हज़ार रूपये मिलती |इस तरह से पपीते से मिलने वाली आमदनी हमे पपीते के मंडी थोक भाव से पता चलती है |
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