बारिश का मौसम टमाटर की खेती के लिए बेहद उपयुक्त माना जाता है। यदि आप खेती में वैज्ञानिक विधियों को अपनाते हैं और सही समय पर उचित खाद व कीट नियंत्रण करते हैं, तो बारिश के इस सीजन में टमाटर की फसल से आप प्रति एकड़ ₹3 लाख तक की कमाई कर सकते हैं। इस लेख में हम टमाटर की खेती के सभी जरूरी पहलुओं को विस्तार से समझेंगे नर्सरी लगाने से लेकर इंटरक्रॉपिंग और रोग नियंत्रण तक।
टमाटर की नर्सरी का सही समय और बीज चयन
बारिश के मौसम में टमाटर की नर्सरी लगाने का सबसे उपयुक्त समय 15 जून से 15 जुलाई तक होता है। नर्सरी के लिए आप अर्का रक्षक F1, सेमिनस अभिलाष, सजता साहू 3251 और यूएस एग्रीसीड्स SW-154 जैसी हाईब्रिड किस्मों का चयन कर सकते हैं। नर्सरी को आप कोकोपीट में ट्रे द्वारा या पारंपरिक क्यारियों में तैयार कर सकते हैं।
यदि आप नर्सरी क्यारियों में लगाते हैं, तो 1 मीटर चौड़े और 3 मीटर लंबे बेड में 8 किलो सड़ी गोबर की खाद और 50 ग्राम ट्राइकोडर्मा वीरीडी मिलाकर मिट्टी में मिला दें। इसके बाद बीजों की बुवाई करें और ऊपर हल्की मिट्टी डालकर सिंचाई करें। नर्सरी आमतौर पर 25–30 दिनों में रोपाई के लिए तैयार हो जाती है।
पौध रोपाई और खेत की तैयारी
नर्सरी तैयार होने के बाद जिस खेत में टमाटर की रोपाई करनी है, उसमें अंतिम जुताई के समय 100 क्विंटल गोबर की खाद और 2 क्विंटल नीमखली प्रति एकड़ डालें। खेत में बेड बनाकर पौधों की रोपाई करें। दो बेड के बीच की दूरी 5 फीट और पौधे से पौधे की दूरी 1.5 फीट रखें। रोपाई से एक दिन पहले बेड के ऊपर 50 किलो डीएपी, 50 किलो अमोनियम सल्फेट और 40 किलो म्यूरेट ऑफ पोटाश प्रति एकड़ की दर से डालें।
टमाटर की फसल से संभावित उत्पादन और कमाई
बारिश के मौसम में एक एकड़ में टमाटर की खेती से आप न्यूनतम 150 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। यदि मंडी में टमाटर का भाव ₹10 प्रति किलो है, तो आपकी कमाई ₹1.5 लाख होगी। और यदि भाव ₹20 प्रति किलो मिला, तो आपकी कमाई ₹3 लाख तक पहुंच सकती है। हालांकि यह भाव मंडी और सीजन पर निर्भर करता है, परंतु उचित प्रबंधन से उत्पादन तो निश्चित ही बेहतर होगा।
कटाई, छंटाई और टमाटर के पौधों का बंधाव
अच्छे उत्पादन के लिए समय-समय पर टमाटर के पौधों की कटाई, छंटाई और बंधाई जरूरी होती है। जब पौधे में पहली बार फूल आते हैं, तब उस फूल को तोड़ देना चाहिए ताकि पौधा अपनी ऊर्जा फल उत्पादन की बजाय शाखाओं और पत्तियों की वृद्धि में लगाए। साथ ही पौधे की मुख्य शाखा से निकल रही अनावश्यक शाखाओं को भी हटा दें।
खाद प्रबंधन और माइक्रोन्यूट्रिएंट का उपयोग
टमाटर की फसल के 30 दिन पूरे होने पर 35 किलो यूरिया सिंचाई के अगले दिन डालें। 60 दिन पर फिर से यही मात्रा दोहराएं। इसके अलावा पहली फूल अवस्था, पहली फल अवस्था और पहली तुड़ाई के समय 200 ग्राम माइक्रोन्यूट्रिएंट 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। फल के बेहतर विकास के लिए एनपीके 0:52:34 एक किलो को 200 लीटर पानी में मिलाकर ड्रिप सिंचाई करें। पहली तुड़ाई के बाद एनपीके 19:19:19 का भी इसी मात्रा में उपयोग करें।
टमाटर के साथ गेंदे की इंटरक्रॉपिंग क्यों जरूरी है?
अगर आप बारिश के मौसम में टमाटर की फसल के साथ गेंदे के फूलों की इंटरक्रॉपिंग करते हैं, तो इससे दो फायदे होंगे। पहला, गेंदे के पीले फूल कीटों को आकर्षित करते हैं जिससे टमाटर की फसल पर कीटों का असर कम होता है। यह फूल प्राकृतिक स्टिकी ट्रैप की तरह काम करते हैं। दूसरा, गेंदे के फूल से अलग से कमाई भी होती है, जिससे यदि टमाटर के भाव गिर भी जाएं, तो आपकी कुल कमाई प्रभावित नहीं होती।
टमाटर की फसल में प्रमुख कीट और रोग तथा उनके नियंत्रण के उपाय
टमाटर की फसल में सबसे आम कीट वाइट फ्लाई और थ्रिप्स होते हैं। इनके हमले से पत्तियां अंदर की ओर मुड़ जाती हैं और लीफ कर्ल वायरस फैलने का खतरा बढ़ जाता है। इस समस्या से बचने के लिए थायोक्सव 25% WG की 80 ग्राम मात्रा को 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
फंगल रोगों में अर्ली ब्लाइट (अगेती झुलसा) और लेट ब्लाइट (पचेती झुलसा) आम हैं। इन रोगों में पत्तियों पर भूरे गोल धब्बे पड़ते हैं। इससे निपटने के लिए कॉपर ऑक्सी क्लोराइड 50% WG को 3 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
FAQ – टमाटर की खेती पर अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न 1: बारिश के मौसम में टमाटर की नर्सरी कब लगानी चाहिए?
उत्तर: 15 जून से 15 जुलाई तक का समय नर्सरी लगाने के लिए सबसे उपयुक्त है।
प्रश्न 2: एक एकड़ में टमाटर से कितना उत्पादन हो सकता है?
उत्तर: न्यूनतम 150 क्विंटल तक उत्पादन संभव है, यदि वैज्ञानिक विधियों से खेती की जाए।
प्रश्न 3: लीफ कर्ल वायरस से कैसे बचाव करें?
उत्तर: वाइट फ्लाई और थ्रिप्स को नियंत्रित करके इस वायरस से बचा जा सकता है। इसके लिए थायोक्सव 25% WG का छिड़काव करें।
प्रश्न 4: क्या टमाटर के साथ अन्य फसलों की इंटरक्रॉपिंग की जा सकती है?
उत्तर: हां, गेंदे के फूलों की इंटरक्रॉपिंग की जा सकती है, जिससे कीट नियंत्रण में मदद मिलती है और अलग से आमदनी भी होती है।
निष्कर्ष
बारिश के सीजन में टमाटर की खेती एक अत्यंत लाभकारी अवसर है। यदि आप समय पर नर्सरी लगाएं, खाद और पानी का सही प्रबंधन करें, कीटों पर नियंत्रण रखें और इंटरक्रॉपिंग की विधि अपनाएं, तो निश्चित रूप से आप प्रति एकड़ ₹3 लाख तक की कमाई कर सकते हैं।
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