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Mite Control in Crops: किसान भाइयों ध्यान दें ये 5 माइटीसाइड आपकी फसल को बचा सकते हैं

Mite Control in Crops: किसान भाइयों ध्यान दें ये 5 माइटीसाइड आपकी फसल को बचा सकते हैं

Mite Control in Crops: इस लेख में हम जानेंगे कि माइट्स यानी मकड़ी कैसे आपकी फसल को नुकसान पहुंचाती है और इसके हमले से अपनी फसल को कैसे बचाया जा सकता है। साथ ही, हम टॉप पांच माइटीसाइड और फसल सुरक्षा के लिए जरूरी सावधानियों के बारे में भी विस्तार से बताएंगे। यदि आप धान, टमाटर, मिर्च या अन्य सब्जी वर्गीय फसलें उगा रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है।

माइट्स क्या हैं और इसका हमला कैसे पहचानें

माइट्स, जिन्हें किसान लाल मकड़ी, पीली मकड़ी, टू स्पॉटेड रेड माइट्स और पेनिकल माइट्स जैसे नामों से जानते हैं, बेहद छोटे कीट होते हैं जो फसल को रातोंरात बर्बाद कर सकते हैं। शुरुआती अवस्था में यह दिखाई नहीं देती। विशेषकर धान की फसल में जब बालियां निकलती हैं और दाने दूध भरे होते हैं, माइट्स रस चूसती हैं, जिससे दाने का रंग भूरे कलर का हो जाता है और वजन कम हो जाता है।

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सब्जी वर्गीय फसलों जैसे शिमला मिर्च, टमाटर, बैंगन और खीरे में पॉली हाउस के वातावरण में ह्यूमिडिटी अधिक होने के कारण माइट्स का हमला तेज होता है। ओपन कल्टीवेशन में यह थोड़ा कम होता है।

माइट्स की पहचान के लिए धान की तीन-चार बालियां मोबाइल स्क्रीन पर झटकें। स्क्रीन पर हल्के छोटे कीट दिखाई देंगे, यही पेनिकल माइट्स हैं। सब्जी फसलों में पत्तियां नीचे की ओर मुड़ी और झुलसी दिखें, तो समझ जाइए माइट्स का हमला हो चुका है।

Mite Control in Crops: किसान भाइयों ध्यान दें ये 5 माइटीसाइड आपकी फसल को बचा सकते हैं

माइट्स के हमले के मौसम और सक्रियता

माइट्स का हमला साल भर हो सकता है, लेकिन यह ज्यादा सक्रिय होता है जब मौसम में उमस बढ़ती है और बारिश का मौसम खत्म हो रहा होता है। अचानक बढ़ी गर्मी माइट्स के प्रजनन के लिए अनुकूल होती है। इसलिए किसान भाइयों को मौसम का ध्यान रखते हुए सतर्क रहना चाहिए।

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माइटीसाइड और सावधानियां

माइट्स से बचाव के लिए सबसे पहले ठंडे पानी का छिड़काव करें। कुएं या टैंक का ठंडा पानी उपयोग करें। पानी में सल्फर 80% पाउडर 2–3 ग्राम मिलाने से परिणाम और बेहतर होंगे।

टॉप 5 माइटीसाइड:

  1. केएससीन – सक्रिय घटक अबामक्टिन 1.9%, अंगूर और गुलाब में 200 ml प्रति एकड़।
  2. अश्वमेद – डाईफेंथोन 50% डब्ल्यूपी, रेड माइट्स के लिए 250 ग्राम प्रति एकड़।
  3. माइट फ्री – फेन पाइरोक्समेट 5% एससी, सभी प्रकार की मकड़ियों के लिए 250 ml प्रति एकड़।
  4. केमाइट – हेक्सायोक्स 5.95%, यूरोपियन रेडमाइट और स्कारलेट माइट्स के लिए 200 ml प्रति एकड़।
  5. ओजिल – स्पायरोमेसिफेन 22.9% एससी, सभी प्रकार की माइट्स के लिए 200 ml प्रति एकड़।

इन माइटीसाइड का समय पर छिड़काव माइट्स के हमले को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

माइट्स से फसल सुरक्षा के टिप्स

  1. फसल की निगरानी रोजाना करें।
  2. पॉली हाउस में ह्यूमिडिटी नियंत्रित रखें।
  3. माइटीसाइड का छिड़काव समय पर और सही मात्रा में करें।
  4. अन्य कीटनाशक के साथ संयोजन करके समय और लागत बचाएं।

FAQs

प्रश्न 1: माइट्स किस प्रकार की फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं?

उत्तर: धान, टमाटर, मिर्च, बैंगन, खीरे और पॉली हाउस में उगाई गई सब्जियां।

प्रश्न 2: माइट्स की पहचान कैसे करें?

उत्तर: धान की बालियां झटकें और स्क्रीन पर हल्के छोटे कीट देखें। सब्जियों में पत्तियां झुलसी और नीचे की ओर मुड़ी दिखाई दें।

प्रश्न 3: माइट्स से बचाव के लिए सबसे प्रभावी माइटीसाइड कौन सा है?

उत्तर: सभी प्रकार की माइट्स के लिए माइट फ्री, ओजिल और केएससीन सबसे प्रभावी हैं।

प्रश्न 4: माइट्स का हमला अधिकतर किस मौसम में होता है?

उत्तर: उमस अधिक और बारिश खत्म होने के बाद गर्मी बढ़ने पर।

प्रश्न 5: माइटीसाइड का छिड़काव करने से पहले क्या सावधानी बरतें?

उत्तर: ठंडा पानी और सल्फर का मिश्रण प्रयोग करें, ताकि माइट्स का प्रभावी नियंत्रण हो।

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