mulched meaning in hindi: किसान साथियों आज हम जानेगे की मल्चिंग क्या है (mulching meaning in hindi) और इसके क्या क्या इफ़ेक्ट होते है और मल्चिंग कैसे की जाती है तो आईये जानते है
मल्चिंग क्या है (mulched meaning in hindi)
मल्चिंग शब्द का हिंदी अर्थ होता है पलवार करना या फिर घास पात से ढकना यानी की treat , cover और mulch से ढक देते है या फिर दूसरी परिभाषा में बोले तो खेत में लगे पौधों की जमीन को चारो तरफ से प्लास्टिक फिल्म के द्वारा सही तरीके से ढकने की प्रणाली को मल्चिंग कहते है और इस प्लास्टिक फिल्म को मल्चिंग पेपर कहते है
मल्चिंग पेपर के क्या क्या फायदे है
1. कृषि वैज्ञानिको का दावा है की मल्चिंग पेपर के उपयोग से 65% तक पानी की बचत होती है क्योकि मल्चिंग पेपर पानी का वास्पीकरण नहीं होने देता जिससे नमी बनी रहती है और पानी का महत्त्व एक किसान भाई से ज्यादा कौन समझ सकता है
2. 100% तक खरपतवार नियंत्रण होता है इसका साइंटिफिक कारण यह है की मल्चिंग पेपर बिछाये जाने पर सूर्य का प्रकाश सीधा मिटटी में नहीं पहुचता साथ ही हवा भी नहीं पहुचती जिसके कारण अनचाहे घास पूस और खरपतवार नहीं उगते है खेत में ज्यादा खरपतवार होने से हमारा उत्पादन 50 से 75% से कम हो सकता है यानी मल्चिंग पेपर indirectly हमारे उत्पादन को भी बढाता है साथ ही साथ मल्चिंग पेपर से हमारा निदाई गुडाई का खर्चा भी बचता है और खरपतवार नाशक का भी खर्चा बचता है
3. मल्चिंग पेपर के उपयोग से पौधों को एक जैसा तापमान मिलता है जिसके कारण पौधों की ग्रोथ अच्छी होती है व हमारा उत्पादन भी बढता है
4. मल्चिंग पेपर मिटटी को बहने से रोकता है
5. मल्चिंग पेपर मिटटी में मौजूद सूक्ष्म जिव जो हमारी फसल को जरुरी पोषक तत्व प्रदान करते है उन्हें सूर्य के प्रकाश से होने वाले नुकसान से बचाता है
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मल्चिंग पेपर कितने प्रकार के होते है
मल्चिंग पेपर 10 माइक्रोन से 100 माइक्रोन तक के आते है व इनकी चौडाई 2 फिट से 4 फिट और इससे भी कंही ज्यादा होती है व रंग काला , सिल्वर , पीला और भी कई रंगों में मल्चिंग पेपर आते है लेकिन किसान भाइयो के लिए black और silver रंग के मल्चिंग पेपर सबसे सही है इसी के साथ 25 से 30 माइक्रोन का मल्चिंग पेपर का उपयोग अधिकतर किसान भाई करते है मल्चिंग पेपर की चौडाई हमारी बेड पर निर्भर करती है की हम कितनी size का बेड बना रहे है
मल्चिंग पेपर लगाने की विधि क्या है
मल्चिंग पेपर लगाने के पहले खेत में 4 फीट की दुरी में बेड तैयार कर लेना है और 1 बेड से दुसरे बेड की दुरी 1 फीट रहना चाहिए जब हम इन बेड पर मल्चिंग लगायेंगे तब इन बेड पर मिटटी लेकर इन मल्चिंग पेपर पर चड़ा देंगे
कौनसी फसल के लिए कितने माइक्रोन की मल्चिंग पेपर का उपयोग करें
हम सब्जियों की फसल जैसे टमाटर ,मिर्च , शिमला मिर्च , करेला इनके लिए 25 माइक्रोन के मल्चिंग पेपर का उपयोग कर सकते है इसके अलावा तरबूज व खरबूज के लिए भी हम 25 माइक्रोन मल्चिंग पेपर का उपयोग कर सकते है
एक मल्चिंग पेपर का उपयोग कितनी बार कर सकते है
मल्चिंग पेपर size | फसल संख्या | कितने समय |
15-20 micron | 1 फसल | 4 महीने |
25 micron | 2 फसल | 8 महीने |
30 micron | 3 फसल | 12-14 महीने |
1 एकड़ में मल्चिंग पेपर का खर्चा
बेड से बेड की दुरी 4 होती है और 25 माइक्रोन के मल्चिंग पेपर इस्तेमाल करते है तो हमें 8 बण्डल लगते है और 1 बण्डल का price 1200 रूपए है तो हमारा कुल खर्चा लगभग 10,000 रूपए आएगा यानी आप 1 एकड़ में मल्चिंग पेपर का उपयोग करेंगे तो आपका खर्चा 9000 से 10,000 के बीच में आएगा
निष्कर्ष :
हमने इस आर्टिकल में मल्चिंग पपेर से जुडी सारी जानकारी आप लोगो को दी अगर आपको हमारी दी हुयी जानकारी अच्छी लगी है तो कमेंट में जरुर बताये
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किसान भाई इस ब्लॉग के माध्यम से हम सभी किसान भाइयो को खेती से जुडी अपडेट देते है साथ ही खेती से जुडी योजना एवं कृषि बिजनेस आइडियाज के बारे में भी बताते है
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