Tamatar ki Kheti: इस तकनीक से करें बरसाती टमाटर की खेती बिकेगा 60 से 80 रूपए किलो: बारिश के सीजन में टमाटर की खेती से अच्छा उत्पादन लेना कठिन है पर नामुनकिन नहीं अगर आप सही समय पर टमाटर की नर्सरी तैयार करते है उचित विधि से टमाटर के पौधों का ट्रांसप्लांट करते है व टमाटर की फसल पर लगने वाले कीट व रोगों का नियंत्रण करते है तो आप निश्चित ही बारिश में भी टमाटर की खेती से अच्छा उत्पादन ले सकते है
Tamatar ki Kheti
बारिश के सीजन में टमाटर की अगेती की खेती किस तरह से करें
बारिश में सीजन में अगेती में टमाटर की नर्सरी हम 2 तरीके से तैयार कर सकते है
1. जुलाई के महीने में
2. 15 अगस्त से 15 सितम्बर के बीच में
अगर आप जुलाई के इस महीने में टमाटर की नर्सरी तैयार करते है तो अगस्त के महीने में आप टमाटर के पौधों का ट्रांसप्लांट करेंगे और सितम्बर महीने के अंत में टमाटर का उत्पादन मिलने लग जायेगा वही अगर आप 15 अगस्त के आसपास टमाटर की नर्सरी लगाते है तो आपको नवम्बर के महीने में उत्पादन मिलेगा और नवम्बर महीने के बाद हमें टमाटर की फसल का भाव काफी कम देखने के मिलता है इसलिए आप सितम्बर से नवम्बर के बीच में टमाटर कि फस्दल से उत्पादन लेते है तो आपको टमाटर का भाव काफी अच्छा देखने को मिलता है इसलिए आप टमाटर की नर्सरी जुलाई के इसी महीने में लगाईये
बारिश के सीजन के लिए हमें कौनसे बीजो का चुनाव करना चाहिए
बारिश के सीजन के लिए यह 4 वैरायटी का चुनाव कर सकते है
1. Arka Rakshak F1
2. Seminis Abhilash
3. Syngenta Sahoo 2151
4. US Agriseeds Sw 1504
बारिश के सीजन में टमाटर के पौधों का ट्रांसप्लांट बेड बनाकर ही करें क्योकि अगर पानी ज्यादा गिरता है तो आपकी टमाटर फसल प्रभावित हो सकती है
1 बेड से दुसरे बेड की दुरी 4 से 5 फीट रखे और बेड की उचाई न्यूनतम 14 इंच रखे मल्चिंग पेपर का उपयोग करें और एक पौधे से दुसरे पौधे की बीच की दुरी भी 1 से 1.5 फीट रखे
टमाटर के पौधे से अच्छा उत्पादन लेने के लिए टमाटर के पौधे का कटाई व छटाई करना होता है
टमाटर के पौधे पर कौनसे कीट व रोगों का अटैक होता है व उनके बचाव
टमाटर की फसल पर हमें white fly जैसे कीटो का अटैक देखने को मिलता है इन कीटो के अटैक से टमाटर के पौधों की पत्तिया अन्दर की तरफ सिकुड़ जाती है और नव का आकार ले लेती है
इसके नियंत्रण के लिए Thoxam 25% wg 80 ग्राम 200 लीटर पानी में मिलाकर टमाटर की फसल पर स्प्रे करें जब आप टमाटर की नर्सरी तैयार करेंगे तब आपको बीच नर्सरी में DAMPING OFF या आदुर गलन की समस्या देखने को मिलती है इस रोग में पौधा जमीन के पास से टूट कर गिर जाता है
टमाटर की खेती पर अगेती झुलसा व पछेती झुलसा इन रोगों का भी अटैक देखने को मिलता है जिसमे टमाटर की पौधे की पत्तिया के ऊपर गहरे भूरे रंग के धब्बे बनने लगते है
इसके नियंत्रण के लिए आप Copper oxychloride 50% wp , 3 ग्राम पानी में मिलाकर टमाटर की फसल के ऊपर स्प्रे करें
टमाटर के पौधे के साथ हम किन किन पौधे की intercropping कर सकते है
1. टमाटर के पौधे के साथ प्याज की intercropping कर सकते है
2. टमाटर के पौधे के साथ गेंदे की intercropping कर सकते है
इस आर्टिकल में आपने जाना की टमाटर की नर्सरी बारिश के सीजन में किस तरह से लगाना है किस तरह से टमाटर के पौधे का ट्रांसप्लांट करना है साथ ही साथ टमाटर के पौधे के ऊपर कौनसे रोग व कीटो का अटैक देखने को मिलता है और इन रोग व कीटो को किस तरह से नियंत्रित करते है यह अभी हमने आपको इस आर्टिकल में बताया साथ ही इस सीजन में टमाटर की खेती के साथ प्याज और गेंदे की intercropping भी कर सकते है
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