आज हम आपके लिए एक बहुत ही रोचक और उम्मीद भरी खबर लेकर आए हैं। जी हां दोस्तों, मध्य प्रदेश में मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। राज्य में फिश पार्लर की शुरुआत की गई है और मछली पालकों को बेहतर बाजार उपलब्ध कराने के लिए एक्वा पार्क और रिसर्च सेंटर बनाए जा रहे हैं। यह सब कुछ राष्ट्रीय मत्स्य डिजिटल प्लेटफॉर्म (एनएफडीपी) के तहत किया जा रहा है। चलिए, विस्तार से जानते हैं कि आखिर यह योजना क्या है और कैसे यह मछुआरों और मछली पालकों की जिंदगी बदलने वाली है।
क्या है राष्ट्रीय मत्स्य डिजिटल प्लेटफॉर्म (एनएफडीपी)?
दोस्तों, राष्ट्रीय मत्स्य डिजिटल प्लेटफॉर्म (एनएफडीपी) की शुरुआत 11 सितंबर 2024 को हुई थी। इस प्लेटफॉर्म का मुख्य उद्देश्य मछली पालन और मछली पकड़ने से जुड़े लोगों के जीवन स्तर को सुधारना और उनकी आय बढ़ाना है। इस प्लेटफॉर्म पर अब तक 18 लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, जिनमें मध्य प्रदेश के 60 हजार से अधिक लोग शामिल हैं।
दोस्तों, इस प्लेटफॉर्म के जरिए मछली पालकों को बेहतर ट्रेनिंग, तकनीकी सहायता और बाजार तक पहुंच मिलेगी। यह प्लेटफॉर्म मछली पालन से जुड़े हर व्यक्ति के लिए एक वरदान साबित हो रहा है।
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मध्य प्रदेश में फिश पार्लर की शुरुआत
दोस्तों, मध्य प्रदेश में मछली की खपत बढ़ाने के लिए फिश पार्लर की शुरुआत की गई है। यह कदम मछली पालन को बढ़ावा देने और मछुआरों की आय बढ़ाने के लिए उठाया गया है। फिश पार्लर में ताज़ी और स्वस्थ मछलियों की बिक्री की जाएगी, जिससे लोगों को अच्छी गुणवत्ता वाली मछली मिल सकेगी।
दोस्तों, इसके अलावा मध्य प्रदेश में 25 करोड़ रुपये की लागत से एक्वा पार्क और फिश रिसर्च सेंटर भी बनाए जाएंगे। यह कदम मछली पालकों को बेहतर बाजार और तकनीकी सहायता उपलब्ध कराने के लिए उठाया गया है।
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प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना और मत्स्य किसान समृद्धि सह-योजना
दोस्तों, मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने दो बड़ी योजनाएं शुरू की हैं। पहली योजना प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) है, जिसकी लागत 20 हजार करोड़ रुपये है। दूसरी योजना प्रधानमंत्री मत्स्य किसान समृद्धि सह-योजना (पीएमएमकेएसएसवाई) है, जिसकी लागत 6 हजार करोड़ रुपये है।
दोस्तों, इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य मछली पालन के समग्र विकास को बढ़ावा देना और मछुआरों की आय बढ़ाना है। इन योजनाओं के तहत मछली पालकों को बेहतर ट्रेनिंग, तकनीकी सहायता और बाजार तक पहुंच मिलेगी।

मछली पालन का बढ़ता महत्व
दोस्तों, मछली पालन आज देश में तीन महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह सेक्टर फूड सिक्योरिटी, आजीविका और अर्थव्यवस्था में अहम योगदान दे रहा है। आज देश में करीब तीन करोड़ लोग सीधे तौर पर मछली सेक्टर से अपनी आजीविका कमा रहे हैं।
दोस्तों, मछली पालन न सिर्फ लोगों की आय बढ़ा रहा है, बल्कि यह देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत कर रहा है। भारत आज दुनिया में झींगा के टॉप उत्पादक और एक्वाकल्चर के दूसरे सबसे बड़े उत्पादक के रूप में उभर रहा है।
कैसे कर सकते हैं रजिस्ट्रेशन?
दोस्तों, अगर आप या आपके आसपास कोई व्यक्ति मछली पालन से जुड़ा हुआ है, तो उसे एनएफडीपी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना चाहिए। इस पोर्टल के जरिए मछली पालकों को बेहतर ट्रेनिंग, तकनीकी सहायता और बाजार तक पहुंच मिलेगी।
तो दोस्तों, यह थी मध्य प्रदेश में मछली पालन को बढ़ावा देने से जुड़ी पूरी जानकारी। उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। अगर आप या आपके आसपास कोई व्यक्ति मछली पालन से जुड़ा हुआ है, तो उसे इस योजना के बारे में जरूर बताएं। हो सकता है, यह योजना उनकी जिंदगी बदल दे।

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