गेंदा के फुल की खेती के लिए भारत की जलवायु के अलावा अमेरिका, अफ्रीका, फ़्रांस जैसे देशो की भी जलवायु उपयुक्त होती है वैसे तो अलग अलग देशो की जलवायु के हिसाब से फूलो की किस्मे पाई जाती है गेंदा के फुल की मांग सजावट और पूजा के लिए अधिक होती है इसके अलावा गेंदा के फुल का उपयोग धार्मिक ,सामाजिक और विवाह कार्यो में भी किया जाता है | तो आईये जानते है गेंदा के फूल की खेती कैसे करें (सम्पूर्ण जानकारी)
गेंदा की खेती करने से किशानो की आय को बढाया जा सकता है, यदि हम उन्नत किस्मे की गेंदा की खेती करते है तो निश्चित रूप से उत्पादन अधिक होगा और किशानो की आय में वृधि होगी |
गेंदा के फूल की खेती कैसे करें (सम्पूर्ण जानकारी)
गेंदे की खेती के लिए जलवायु : भारत में इसकी खेती के लिए शीतोष्ण एवं सम शीतोष्ण उपयुक्त माना जाता है एवं फूलो की गुणवत्ता और बढोतरी के लिए उपयुक्त तापमान १४.5 से २८ डिग्री सेल्सिअस उत्तम माना जाता है |
उपयुक्ति मिटटी :
गेंदा की खेती वैसे तो विभिन्न प्रकार की मिटटी में किया जाता है मिटटी का Ph मान ७ से ७.5 के मध्य होना चाहिए ताकि उत्पादन अच्छा प्राप्त हो सके |
खेत की तैयारी :
गेंदे की खेती के लिए हमें सर्वप्रथम भूमि को तिन से चार बार जुताई करने के बाद रोटावेटर से भुरभुरी करके 15-20 दिन छोड़ दे, उसके बाद दीमक एवं अन्य कीटो से बचाओ हेतु खेत में दवा का स्तेमाल करना चाहिए ध्यान रहे जुताई के बाद एवं रोटावेटर घुमाने से पहले खेत में गोबर की सड़ी खाद डाल देना चाहिए ताकि हमारी मिटटी जैविक खाद से अधिक उपजाऊ बन जाएगी जिसका परिणाम अधिक उत्पादन एवं गुणवत्ता के रूप में देखने को मिलेगा |
गेंदे के फुल की प्रजातीय :
अफ्रीकन गेंदा
हाज्रिया गेंदा
किस्मे : बटर बाल , फायर ग्लो , क्राउन ऑफ़ गोल्ड , येलो सुप्रीम आदि |
उर्वरक का उपयोग :
अफ्रीकन एवं फ्रेच गेंदे की खेती के लिए 100 से 110 किलो ग्राम नाइट्रोजन 180 से 200 किलो ग्राम फास्फोरस एवं 180 से 200 किलो ग्राम पोटाश प्रति हेक्टर की दर से डालना है, इसे हमें दो भागो में ४० से 50 दिनों के अंतर से डालना है |
सिचाई :
वैसे तो बारिश के समय सिचाई की आवश्यकता नहीं पड़ती है लेकिन सर्दी के मौसम में 10 से 12 दिन के अन्तराल पर एवं गर्मी के मौसम में 5 से 6 दिन के अंतर में सिचाई करना चाहिए |
लगाने की विधि :
गेंदे की खेती करने की विधि की बात करें तो प्रजातीया पर निर्भर करता है की कौनसी प्रजाति कैसी है, वैसे तो देशी गेंदे की खेती के लिए पौधे से पौधे की दुरी 2 से 2.5 फिट एवं लाइन से लाइन की दुरी 3 से 3.5 फिट होना चाहिए तथा अफ्रीकन एवं फ्रेंच गेंदे की खेती के लिए पौधे से पौधे की दुरी 3 फिर एवं लाइन से लाइन की दुरी 3.5 से 4 फिट होना चाहिए ताकि उत्पादन अच्छा प्राप्त हो |
FAQ : Genda Phool ki Kheti Kaise Karen
गेंदा का फूल कितने दिन में तैयार होता है?
गेंदा की किस्म के आधार पर गेंदा 2 से 2.5 महीने में कटाई के लिए तैयार हो जाता हैं। और फ्रैंच गेंदे की किस्म 1.5 महीने में कटाई के लिए तैयार हो जाती है जबकि अफ्रीकी गेंदे की किस्म 2 महीने में तैयार हो जाती है।
गेंदे के फूल में कौन सा खाद डालें?
वैसे तो गेंदे के पौधे में खेत की तैयारी के समय ही गोबर की खाद डाल देनी चाहिए।
गेंदा किस महीने लगाते हैं?
गेंदे की रोपाई आमतौर पर जून-जुलाई में करते हैं,
गेंदा के पौधे के लिए कौन सा उर्वरक सबसे अच्छा है?
सबसे अच्छा गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट की खाद के अलावा ऐसी अन्य कई खाद है जिसके उपयोग से गेंदा के पौधे के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
गेंदे के पौधे की उम्र कितनी होती है?
गेंदे के पौधे की उम्र या यूं कहें कि गेंदा के फूल कितने दिन में तैयार हो जाते है तो गेंदे के पौधे की उम्र लगभग 5 महीने की होती है
गेंदा फूल की खेती कब की जाती है
वैसे तो सभी मौसम में कर सकते है फिर भी आपको बता दे की गेंदा फूल की खेती सर्दी, गर्मी और बरसात के सीजन में की जाती है।
गेंदा का बीज कहाँ मिलेगा
गेंदा का बीज आज कल ऑनलाइन भी मिल जाता है या आप ऑफलाइन मार्केट सर्च कर सकते है गेंदा का बीज हर जगह उपलब्ध हो जाता है |
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किसान भाई इस ब्लॉग के माध्यम से हम सभी किसान भाइयो को खेती से जुडी अपडेट देते है साथ ही खेती से जुडी योजना एवं कृषि बिजनेस आइडियाज के बारे में भी बताते है