नमस्कार किसान भाइयो तो आज के इस लेख के माध्यम से हम बात करने वाले है की पोटेशियम का उपयोग करके हम लहसुन को किस तरह से बढ़ा सकते है
लहसुन में पोटाश कब देना चाहिए
ज्यादातर किसान भाई बुवाई के समय पर ही पोटाश की पूर्ति को पूरी कर देते है तो कही ना कही यह पर आप 60 से 70 दिन के अन्दर पोटेशियम का यूज करते है तो यह पर लहसुन के खेती पर आपको अच्छा साईज पर विकास भी देखने को मिलता है और तो और कॉलेटी के साथ ही साथ फसलो पर भी अच्छा विकास देखने को मिलता है
पोटाश का जो महत्वपूर्ण कार्य होता है वो ये होता है की लहसुन के खेती में जो जड़ो का विकास होता है उसके साथ ही साईज के भी वर्धि करता है और इसके साथ ही वजन को भी बढ़ता है मार्किट में पोटाश दो रूपों पर देखने को मिलता है MOP पोटाश जो होता है वो 30 से 35 रूपी KG के साथ पास देखने को मिलता है और यदि अपने बुवाई के समय MOP को डाला है तो फिर भी आप इसका यूज कर सकते है
इसे भी पड़े : 2025 में करें ये टॉप 10 कमाई वाली खेती जिससे होगा दुगुना लाभ
तो वही इसकी मात्र की बात करे तो एक एकड़ में 20 KG तक भी ये परियाप्त रहता है और इसका जो खर्च है वो 700 तक देखने को मिलता है इसके साथ आप बोरोन को मिक्स करके यूज करते है तो फिर बात ही क्या है इसके साथ आपको लगता है की फसल के ताने कमजोर है बना नही बनता है तो आप फेरस सल्फेट को भी डाल कर यूज कर सकते है और इन तीनो को अच्छे से मिलकर यूज करना होता है
लहसुन में पोटाश का उपयोग करते समय सावधानिया
इसको लेकर आपको किस तरह की सावधानियो को ध्यान पर रखना होता है उसके बारे में जानते है सबसे पहले आपको फसल की अच्छे से निराई गुड़ाई करनी होती है उसके बाद आपको 3 से 4 दिनों की अच्छे तेज धुप भी दिखनी होती है उसके बाद प्रति एकड़ में खाद को देकर अच्छे से सिंचाई करनी होती है उसके बाद आपको इससे खेत में अच्छी हरी भरी उत्पादन भी देखने को मिलती है |
किसान भाई इस ब्लॉग के माध्यम से हम सभी किसान भाइयो को खेती से जुडी अपडेट देते है साथ ही खेती से जुडी योजना एवं कृषि बिजनेस आइडियाज के बारे में भी बताते है