कैसे हो, दोस्तों? आम का मौसम आते ही हर किसान यही सोचता है कि इस बार पैदावार बेहतर हो और फल झड़ने की समस्या से छुटकारा मिले. लेकिन हर बार यही देखने को मिलता है कि हजारों फूल तो खिलते हैं, लेकिन उनमें से गिने-चुने ही फल का रूप ले पाते हैं. कई फल तो आकार लेने से पहले ही झड़ जाते हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है.
लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है दोस्तों, क्योंकि अब आयुर्वेदिक दवा और वैज्ञानिक तरीकों से इस समस्या को हल किया जा सकता है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि कुछ जरूरी उपाय अपनाकर न सिर्फ फूलों का झड़ना रोका जा सकता है, बल्कि आम का उत्पादन भी दोगुना किया जा सकता है. तो चलिए जानते हैं इस जादुई तकनीक के बारे में, जो आपकी आम की फसल को बना सकती है शानदार और फायदेमंद.
आम के फूल क्यों झड़ जाते हैं? जानें वजह
दोस्तों, अगर आप आम की खेती कर रहे हैं, तो यह जानना बहुत जरूरी है कि आखिर फूल झड़ने की समस्या क्यों आती है. वैज्ञानिकों के अनुसार, आम के एक बौर में लगभग ढाई हजार तक फूल खिलते हैं, लेकिन इनमें से सिर्फ 1% ही फल में बदल पाते हैं.
फूल झड़ने के पीछे मुख्य कारण:
- पोषक तत्वों की कमी – अगर फूलों को सही पोषण नहीं मिलता, तो वे कमजोर होकर गिर जाते हैं.
- पानी की कमी या अधिकता – समय पर सिंचाई न करने से भी फूल कमजोर होकर टूट जाते हैं.
- अत्यधिक गर्मी या ठंड – मौसम में बदलाव के कारण फूल गिरने लगते हैं.
- कीट और रोग – फूलों पर कीटों और बीमारियों का हमला होने से भी वे झड़ सकते हैं.
अब सवाल यह है कि इस समस्या से कैसे बचा जाए? तो दोस्तों, इसके लिए आयुर्वेदिक दवा और वैज्ञानिक छिड़काव का सही तरीका अपनाना होगा.

आम के फूलों को झड़ने से बचाने का रामबाण इलाज
अगर आप चाहते हैं कि आपके आम के बौर ज्यादा से ज्यादा फल में बदलें और झड़ने की समस्या न आए, तो आपको पोटेशियम नाइट्रेट और जिंक सल्फेट का सही उपयोग करना होगा.
कैसे करें छिड़काव:
- 0.2% पोटेशियम नाइट्रेट और 0.5% जिंक सल्फेट को 200 लीटर पानी में मिलाएं.
- इस घोल का आम के बौर पर छिड़काव करें.
- इससे फूलों को जरूरी पोषक तत्व मिलेंगे और झड़ने की समस्या कम हो जाएगी.
इसके अलावा, आप सल्फर का भी छिड़काव कर सकते हैं. 2 ग्राम प्रति लीटर पानी की मात्रा में सल्फर मिलाकर स्प्रे करने से भी फूलों को झड़ने से बचाया जा सकता है.
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जब फल छोटे हों तो करें यह जरूरी छिड़काव
दोस्तों, फूलों के झड़ने के बाद अब बारी आती है फलों को गिरने से बचाने की. आम के छोटे फल जब मटर के दाने के आकार के होते हैं, तभी उन पर सही छिड़काव करना जरूरी होता है.
इसके लिए नेपथलिन एप्टीसिड 10 पीपीएम या प्लेनऑफिक्स का इस्तेमाल किया जा सकता है.
- 1 मिलीलीटर प्लेनऑफिक्स को 4 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें.
- इससे फूल और फल दोनों को झड़ने से रोका जा सकता है.
यह दवा फलों के चारों ओर एक सुरक्षा परत बना देती है, जिससे वे ज्यादा मजबूत बनते हैं और पेड़ से गिरते नहीं हैं.
समय पर सिंचाई और सही पोषण भी है जरूरी
दोस्तों, सिर्फ दवाओं का छिड़काव ही काफी नहीं होता. अगर समय पर पानी नहीं दिया जाए, तो पेड़ कमजोर पड़ जाता है और फूल झड़ने लगते हैं. इसलिए यह जरूरी है कि पेड़ को सही समय पर सिंचाई और पोषण दिया जाए.
- सप्ताह में कम से कम एक बार हल्की सिंचाई करें.
- संतुलित मात्रा में जैविक खाद डालें, ताकि फूलों और फलों को पूरा पोषण मिले.
- पेड़ के आसपास घास या सूखी पत्तियां डालने से नमी बनी रहती है और पानी की कमी नहीं होती.
अंत में – अब आम की पैदावार होगी दोगुन
तो दोस्तों, अगर आप भी चाहते हैं कि आपके आम के बागान में इस साल ज्यादा से ज्यादा फल लगें और झड़ने की समस्या न आए, तो इन आसान और सस्ते उपायों को जरूर अपनाएं.
- पोटेशियम नाइट्रेट और जिंक सल्फेट का छिड़काव करें
- छोटे फलों पर नेपथलिन एप्टीसिड या प्लेनऑफिक्स का इस्तेमाल करें
- समय पर सिंचाई और पोषण का पूरा ध्यान रखें
अगर आप यह तरीके अपनाते हैं, तो आपकी आम की फसल पहले से दोगुनी होगी और आपकी आमदनी भी बढ़ेगी.
तो इस जानकारी को अपने किसान भाइयों के साथ जरूर शेयर करें और हमें बताएं कि यह तरीका आपको कैसा लगा!

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