आज हम आपको बताने वाले है रागी की खेती के बारे में ये क्या होती है और इसकी खेती हम कैसे कर सकते है ये एक तौर पर मोटा अनाज होता है इसे हम रागी भी कहते है इसे हम छोटा बाजरा भी कह देते है हालाकि ये बाजरा पोषक तत्वों के मामले में काफी ज्यादा डिफरेंट होता है और बहुत मोटा अनाज होता है जिसका उपयोग हम सब लोगो को करना चाहिए, पहले भी कुछ लोग इसका उपयोग करते थे लेकिन अब छोड़ दिया है अब जब से हार्ड और शुगर के मरीज बड़ने लगे है तब से इसका उपयोग बड़ने लगा है
इसका उपयोग किस किस चीजो में आप कर सकते है
आप इसका उपयोग हरे चारे के लिए भी कर सकते है और उसी के साथ साथ आप अनाज उत्पादन करने के लिए भी कर सकते है इस फसल कि खास बात यह भी है की 100 दिनों के अन्दर पक कर तैयार हो जाती है और बहुत ही छोटे समय वाली फसल है अगर आपके यहाँ वर्षा कम भी होती है तब भी काम चल जायेगा, ऐसा नही है की आपकी फसल खराब हो जायेगी, यह फसल पानी की कमी से खराब नही होंगी कम पानी में फसल तैयार हो जाती है इसमें ज्यादा पानी की जरुरत नहीं है
इसे भी पड़े : टॉप 5 Fertilizer Stocks जिन्हें आप 2024 में खरीद कर अच्छे पैसे बना सकते है
आज हम इसकी बात क्यों कर रहे है अभी हाल ही में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा और राज्य सभा के मंत्रियो के साथ बैठकर भोजन किया जिसके अन्दर बाजरा और रागी का इस्तेमाल किया गया था
साल 2023 को बाजरे को प्रमोट करने वाला साल माना जा रहा है और खास तौर पर मोटे अनाज को सरकार प्रमोट करना चाहती है तो ऐसे में अब जिन लोगो के यहाँ पर पानी की कमी है वे लोग इस फसल की खेती कर सकते है | खेती करने के दो तरीके है जो अब हम आपको बतायेगे |
रागी की खेती के दो तरीके
पहला तरीका ये है की आप इसकी पौध तैयार करके पौध रोपाई कर दीजिये और दूसरा तरीका है आप इसकी बिजाई कर दीजिये, दोनों में से आपको जो अच्छा लगे वो आप कर सकते है | बिजाई वाला तरीका जो है वो काफी आसान होता है लेकिन आप जब भी बिजाई करे तो 30 cm की दुरी और पौधे से पौधे की दुरी 8 cm रखे और इसकी बुवाई कर दीजिये
चारे रूप में इस्तेमाल करना चाहते है तो लगभग यह दो महीने की हो जाए तो इसे काटना शुरू कर दीजिये और अगर अनाज लेना चाहते तो जब यह फूल भूरे होने लगे मतलब इसका दाना पुरा बन जाये और यह फसल पूरी तरह से सुख जाये तब आप इसे काट सकते है |
इसकी खास बात यह है की आपके जमीन के पौषक तत्वों में कमी नही आने देती दूसरा इसे ज्यादा पोशाक तत्वों की आवश्यकता नही है और बहुत ही कम बिमारिया इसके अन्दर लगती है |
अगर इसकी कमर्शियल फार्मिंग करना चाहते है और चाहते है की उत्पादन थोडा ज्यादा हो जाये तो आप लोग बीच में इसे पाने देंगे तब इसके अन्दर 45 kg यूरिया डाल देना चाहिए अन्यथा इसमें आपको कुछ भी डालने की आवश्यकता नहीं है सुरुआत में खेत को 2 बार अच्छे से जोतना है अगर गोबर की खाद हो तो सबसे बढ़िया है अन्यथा आप 30 kg फास्फोरस और 20 kg पोटाश खेत के अन्दर छिड़क दीजिये
बुवाई का समय
इसकी बुवाई का सही समय मई से लेकर जुलाई के बीच का समय है तो उस समय इसकी खेती कर सकते है
इसे भी पड़े :
किसान भाई इस ब्लॉग के माध्यम से हम सभी किसान भाइयो को खेती से जुडी अपडेट देते है साथ ही खेती से जुडी योजना एवं कृषि बिजनेस आइडियाज के बारे में भी बताते है