किसान साथियो, कैसे हैं आप सब? अगर आप मध्य प्रदेश के किसान हैं और सिंचाई के लिए पानी की कमी से जूझ रहे हैं, तो आपके लिए एक शानदार योजना है। राज्य सरकार की बलराम तालाब योजना आपके खेतों में सिंचाई के लिए पानी की व्यवस्था करने का शानदार अवसर प्रदान कर रही है। किसान भाइयों, इस योजना के तहत आप 80,000 रुपये से लेकर 1 लाख रुपये तक की सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं।
यह योजना साल 2007 से लागू है, लेकिन हर साल इसे और बेहतर बनाया जा रहा है। 2024-25 के लिए राज्य सरकार ने 6144 तालाब बनाने का लक्ष्य रखा है, जिसमें 5308.34 लाख रुपये सब्सिडी के रूप में वितरित किए जाएंगे। इस योजना का उद्देश्य है कि किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिले और खेती को और ज्यादा लाभदायक बनाया जा सके।
किसको मिल रही है यह सब्सिडी?
किसान साथियो, बलराम तालाब योजना में सब्सिडी की दर किसानों की श्रेणी के आधार पर तय की गई है।
- सामान्य वर्ग के किसानों को लागत का 40% या अधिकतम 80,000 रुपये सब्सिडी के रूप में मिलते हैं।
- लघु और सीमान्त किसानों को 50% या अधिकतम 80,000 रुपये का लाभ मिलता है।
- अनुसूचित जाति और जनजाति के किसानों को सबसे ज्यादा 75% या अधिकतम 1 लाख रुपये की सब्सिडी दी जाती है।
यह सब्सिडी डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी जाती है।
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तालाब बनाने से क्या होंगे फायदे?
किसान भाइयों, इस योजना का सबसे बड़ा उद्देश्य है सिंचाई के लिए पानी की स्थायी व्यवस्था करना और ग्राउंडवाटर लेवल को बढ़ाना। तालाब बनने से खेतों में सीधा पानी मिलेगा और आस-पास के कुओं और नलकूपों का जलस्तर भी बढ़ेगा। इससे सिंचाई की समस्या से राहत मिलने के साथ ही फसल उत्पादन भी बेहतर होगा।
योजना के लिए जरूरी शर्तें
किसान साथियो, इस योजना का लाभ लेने के लिए कुछ शर्तें पूरी करनी जरूरी हैं:
योजना का लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा जिनके पास अपनी खुद की जमीन हो। लीज या पट्टे पर ली गई जमीन पर यह लागू नहीं होती।
किसान एक ही बार इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
तालाब उन्हीं किसानों को दिया जाएगा, जिन्होंने 2017-18 या उसके बाद ड्रिप या स्प्रिंकलर सेट लगवाया हो और वह चालू स्थिति में हो।
भूमि संरक्षण अधिकारी की जांच और सत्यापन के बाद ही सब्सिडी स्वीकृत की जाएगी।
आवेदन प्रक्रिया
योजना का लाभ उठाने के लिए इच्छुक किसान को अपने क्षेत्रीय कृषि विस्तार अधिकारी के पास आवेदन देना होगा। इसके बाद पंजीकरण किया जाएगा। जिला कृषि उप संचालक से तकनीकी मंजूरी और जिला पंचायत से प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के बाद तालाब का निर्माण शुरू किया जा सकता है।
योजना में “पहले आओ-पहले पाओ” के आधार पर प्राथमिकता दी जाती है। कार्य की प्रगति और मूल्यांकन के आधार पर सब्सिडी की राशि किसानों को उपलब्ध कराई जाती है।
सिंचाई के लिए स्थायी समाधान
किसान भाइयों, बलराम तालाब योजना उन किसानों के लिए एक नई उम्मीद की किरण है, जो सिंचाई के लिए बारिश या नलकूपों पर निर्भर रहते हैं। यह योजना न केवल पानी की समस्या का समाधान करेगी, बल्कि खेती को ज्यादा लाभदायक और टिकाऊ बनाएगी।
तो किसान साथियो, इस योजना का लाभ उठाने का मौका हाथ से न जाने दें। अभी अपने नजदीकी कृषि कार्यालय में जाकर आवेदन करें और अपनी खेती को नई ऊंचाई पर ले जाएं।

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