नमस्कार किसान भाइयों! सन 2025 में कपास की वैज्ञानिक खेती कैसे करें? पिछले साल (2024) कपास की कौन-सी किस्मों ने सबसे अधिक उत्पादन दिया? कपास की फसल को पिंक बॉल वर्म (गुलाबी सुंडी) और उखेड़ा रोग जैसी दो खतरनाक बीमारियों से कैसे बचाएं? इस लेख में हम इन सभी विषयों पर विस्तार से चर्चा करेंगे। साथ ही, आपको कपास की टॉप वैरायटीज़, बुवाई का सही समय, खेत की तैयारी और आवश्यक सावधानियों के बारे में जानकारी देंगे।
कपास बुवाई का सही समय (2025)
उत्तर भारत में कपास (नरमा) की बुवाई का सर्वोत्तम समय 20 अप्रैल से 15 मई के बीच है। विशेषज्ञों के अनुसार, 1 मई से 15 मई तक का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है, क्योंकि इस अवधि में:
- उत्पादन अधिक होता है।
- बीमारियों का प्रकोप कम रहता है।
- मौसमी स्थितियाँ अनुकूल होती हैं।
खेत की तैयारी कैसे करें?
कपास की अच्छी पैदावार के लिए खेत की तैयारी बेहद महत्वपूर्ण है। नीचे दिए गए चरणों का पालन करें:
1. गहरी जुताई
- कपास की जड़ें लंबी और गहरी होती हैं, इसलिए गहरी जुताई (12-15 इंच) करें।
- मिट्टी को भुरभुरा बनाएँ ताकि जड़ें आसानी से फैल सकें।
2. देसी खाद का प्रयोग
- गोबर की खाद (2-4 ट्रॉली प्रति एकड़) जरूर डालें। यह उत्पादन बढ़ाती है और उखेड़ा रोग से बचाव करती है।
- खाद को मिट्टी में अच्छी तरह मिलाएँ।
3. पलेवा एवं खरपतवार नियंत्रण
- बुवाई से पहले पलेवा (खेत में पानी लगाएँ) करें।
- पेंडामेथालिन (स्टम्प हर्बिसाइड) का छिड़काव करें ताकि खरपतवार न उगें।
4. उर्वरक प्रबंधन
- बेसल डोज़ के रूप में प्रति एकड़:
- 50 किलो सिंगल सुपर फॉस्फेट (SSP)
- 20-25 किलो यूरिया
- 5-10 किलो माइक्रोन्यूट्रिएंट्स
- 25 किलो DAP + 25 किलो पोटाश (बुवाई के समय सीड-कम-फर्टिलाइजर ड्रिल से डालें)
2024 की सर्वश्रेष्ठ कपास किस्में
पिछले साल (2024) निम्नलिखित किस्मों ने उत्कृष्ट उत्पादन दिया:
1. टाटा कंपनी – दिग्गज
- विशेषताएँ: जल्दी पकने वाली, कम बीमारियाँ, हल्की व भारी मिट्टी के लिए उपयुक्त।
2. राशि सीड्स – 773 & 846
- भारी मिट्टी के लिए बेहतरीन, अधिक उत्पादन क्षमता।
3. देहात कंपनी – एमरॉल्ड & मार्वल
- राजस्थान/हरियाणा के लिए उपयुक्त, 150-155 दिन में पकती है।
4. यूएस एग्रीसीड – US 51
- शॉर्ट ड्यूरेशन (130-135 दिन), मोटे बॉल साइज़ वाली।
5. अन्य लोकप्रिय किस्में:
- अजीत 177
- प्रभात सीड्स – नवाब गोल्ड
- कावेरी 307
- क्रिस्टल सरपास 7172
कपास की फसल को प्रमुख बीमारियों से कैसे बचाएँ?
1. पिंक बॉल वर्म (गुलाबी सुंडी)
- नियंत्रण:
- ट्राइकोग्रामा कार्ड्स (परजीवी ततैया) का छिड़काव।
- इमामेक्टिन बेंजोएट या स्पिनोसेड का उपयोग।
2. उखेड़ा रोग (फ्यूजेरियम विल्ट)
- रोकथाम:
- जैविक खाद का प्रयोग करें।
- कार्बेन्डाजिम या मेटालैक्सिल से उपचारित बीज बोएँ।
निष्कर्ष
कपास की अच्छी पैदावार के लिए सही किस्म चुनना, समय पर बुवाई, खेत की तैयारी और रोग प्रबंधन जरूरी है। यदि आपने 2024 में कोई विशेष किस्म लगाई थी, तो कमेंट में अपने अनुभव बताएँ
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