गेहूं की फसल में पीलापन आने के 4 प्रमुख कारण
जब गेहूं की फसल पीली पड़ने लगती है, तो किसान परेशान हो जाते हैं कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है और इसे कैसे रोका जाए। आइए विस्तार से जानते हैं इसके प्रमुख कारण और उनके समाधान।
1. कीट और जड़ों की बीमारी (दीमक व जड़मा रोग)
गेहूं में पीलापन आने का सबसे पहला कारण है – कीटों और जड़ों से संबंधित समस्याएं, जैसे:
दीमक का प्रकोप
जड़मा रोग (Root Rot)
समाधान:
इन कीटों और बीमारियों को रोकने के लिए आप निम्न उपाय कर सकते हैं:
कॉन्फिडो (Confidor): बायर कंपनी की यह दवा बहुत ही अच्छा असर करती है। इसे यूरिया के साथ मिलाकर छिड़काव करें।
सीजम क्लोरो (Seezam Chlorpyrifos): यह भी प्रभावशाली दवा है, जो दीमक और अन्य कीटों पर नियंत्रण करती है।
2. पोषक तत्वों की कमी
पोषक तत्वों की कमी से भी गेहूं की फसल पीली हो जाती है। मुख्य रूप से निम्न पोषक तत्वों की कमी देखी जाती है:
नाइट्रोजन (Nitrogen)
लक्षण: पुरानी पत्तियों में सबसे पहले पीलापन आता है और धीरे-धीरे नए पत्तों में भी फैल जाता है।
समाधान:
आप यूरिया का छिड़काव करें या
नैनो यूरिया (Nano Urea) का प्रयोग करें, जिससे बेहतर परिणाम मिलते हैं।
जिंक (Zinc)
लक्षण: नई पत्तियां पीली पड़ जाती हैं जबकि उनकी नसें हरी रहती हैं।
समाधान:
जिंक 21% या 33% (Zinc Sulphate) का प्रयोग करें।
इसे आप यूरिया के साथ मिलाकर या पत्तियों पर छिड़काव करके दे सकते हैं।
सल्फर (Sulphur)
लक्षण: नई निकलती पत्तियां पीली हो जाती हैं।
समाधान:
सल्फर 80% WDG फॉर्मूलेशन का प्रयोग करें।
यूरिया के साथ मिलाकर या छिड़काव के रूप में उपयोग करें।
पोटाश (Potash)
लक्षण: पत्तियां लाल-पीली या जली हुई दिखाई देती हैं।
समाधान:
एनपीके 00:00:50 (पोटेशियम सल्फेट) का छिड़काव करें।
3. खरपतवार नाशक (Herbicide) का प्रभाव
जब किसान खरपतवार नाशक का छिड़काव करते हैं, विशेषकर वर्षा या सिंचाई के बाद, तब भी गेहूं की फसल में पीलापन आ सकता है।
समाधान:
इस स्थिति में यूरिया और जिंक को मिलाकर छिड़काव करें।
इससे फसल की ग्रोथ फिर से शुरू हो जाती है और पीलापन धीरे-धीरे खत्म हो जाता है।
4. मौसम का विपरीत प्रभाव
मौसम भी एक बड़ा कारण है गेहूं में पीलापन आने का। विशेषकर:
दिन में तेज गर्मी और रात में ज्यादा ठंड
मौसम का अचानक बदलना
समाधान:
इस स्थिति में फसल की देखभाल अधिक ध्यान से करें।
आवश्यकतानुसार हल्की सिंचाई करें और पोषक तत्वों का संतुलित छिड़काव करें।
निष्कर्ष:
गेहूं की फसल में पीलापन आने के मुख्य 4 कारण होते हैं — कीट रोग, पोषक तत्वों की कमी, खरपतवार नाशक का प्रभाव और मौसम का बदलाव।
प्रत्येक कारण की पहचान कर उसका समय पर समाधान करना आवश्यक है। सही समय पर खाद और दवा का छिड़काव कर आप अपनी फसल को हरा-भरा और स्वस्थ बना सकते हैं।
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नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम, और अन्य पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है।