मटर की खेती कब और कैसे करें | Matar ki Kheti Kaise Karen

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भारत के लिए मटर केवल एक सिजनेबल दाने वाला शाकीय पौधा है जिसके अन्दर दाने पाए जाते है इसकी पत्तिया एवं फुल एक तितली के आकार के होते है एवं यह एक ऊँगली के आकार के बराबर फलते है | वर्तमान समय में उन्नत तकनीक की वजह से यह अब पुरे सालभर मार्केट में उपलब्ध हो जाते है और इसे लगभग सभी देशो में उगाया जाता है | हम जानेगे मटर की खेती कब और कैसे करें, बुवाई का समय क्या है, मटर की खेती सबसे ज्यादा कहां होती है, मटर की खेती के लिए कौनसे खाद्य उर्वरक का उपयोग करे, और मटर की सबसे अच्छी किस्म कौन सी है चलिए जानते है

मटर की खेती कब और कैसे करें

मटर की खेती सही ढंग से करने के लिए आपको सबसे पहले खरीफ की फसल काटने के बाद धान या गेंहु की फसल के कटे हुए तने जो भूमि से जुड़े हुए रहते है तो आपको उस भूमि को एक बार अच्छे से 2-3 बार आपको हैरो या हल से जुताई करनी है उसके बाद आपको ये भी ध्यान रखना है की मिटटी के ज्यादा ज्यादा बढे बढे ढेले तो नहीं है यदि है तो आप उन्हें तोड़ने का प्रयास करे साथ ही यह भी ध्यान रखे की भूमि में नमी बनी रहे | उसके बाद आपको उर्वरक का उपयोग करने है जिसके बारे में हम आपको निचे बताएँगे |

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मटर की खेती कब और कैसे करें | Matar ki Kheti Kaise Karen

मटर की बुवाई का समय

मटर की खेती करने के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर माह के अंतिम सप्ताह से लेकर नवम्बर माह तक होता है यदि हम अक्टूबर माह में मटर की बुआई करदे तो इसकी फसल केवल 60 दिनों में पहली तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है और यह अगेती की फसल है इसीलिए यह बहुत कम दिनों में तैयार हो जाती है | मटर हेतु दोमट तथा हल्की दोमट भूमि अधिक उपयुक्त है।

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मटर की खेती सबसे ज्यादा कहां होती है

अगर विश्व क्षेत्र की बात की जाए तो मटर की सबसे ज्यादा खेती चीन में होती है और यदि भारतीय देश में इसकी खेती देखि जाए तो भारत में उत्तर प्रदेश राज्य में मटर की सबसे ज्यादा खेती होती है इसके बाद भारत में दुसरे नंबर में मध्यप्रदेश में मटर की सबसे ज्यादा खेती की जाती है

मटर की खेती के लिए कौनसे खाद्य उर्वरक का उपयोग करे

भूमि की जुताई करने बाद जब भूमि बुवाई के लिए तैयार हो जाए तब आप आप भूमि में बुआई के समय 1 हेक्टेयेर में 20 kg नाइट्रोजन ,60 किलोग्राम फस्फोर्रस साथ ही आपको DAP का भी इस्तेमाल करना है | पोटेशियम की कमी वाले क्षेत्रो में 20 किलोग्राम पोटाश दिया जा सकता है साथ ही बीज बुवाई के समय एक से दो बार जरुर सिंचाई करे और यह सुनिश्चित करे की भूमि में नमी बनी हुई है या नहीं क्यूंकि मटर की फसल के लिए भूमि में नमी होना आवश्यक है |

मटर की सबसे अच्छी किस्म कौन सी है

हालकी बाजारों में मटर की बहुत सी किस्मे उपलब्ध है लेकिन मटर की सबसे अच्छी किस्मो में कुछ किस्मे शामिल है जहाँ पन्त मटर 155 ,काशी उदय ,काशी मुक्ति ,काशी अगेती ,काशी नंदनी अच्छी किस्मे है इनकी फसल कम लागत में ज्यादा हो जाती है |

सफेद मटर की वैरायटी

सफ़ेद मटर की वैरायटी में रचना ,इंद्र ,सिखा ,मालवीय मटर 2 ,मालवीय मटर 15 ,आदर्श ,विकास ,जय ,सपना प्रकास जैसी वैरायटी उपलब्ध है |

मटर की खेती कब की जाती है

मटर की खेती के लिए बुआई का उपयुक्त समय अक्तूबर के आखिरी सफ्ताह से लेकर नवम्बर का प्रथम सप्ताह है तक सही माना जाता है

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