नेचुरल फार्मिंग मिशन: क्या है नेचुरल फार्मिंग मिशन का मकसद और किसानों को कैसे मिलेगा फायदा

By Purushottam Bisen

Published on:

नेचुरल फार्मिंग मिशन: क्या है नेचुरल फार्मिंग मिशन का मकसद और किसानों को कैसे मिलेगा फायदा

अगर आप खेती-किसानी से जुड़े हैं या कोई किसान परिवार से आते हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। देश में अब फिर से प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने एक नई योजना शुरू की है – नेशनल मिशन ऑन नेचुरल फार्मिंग’ (NMNF)।

दोस्तों, किसान भाई लंबे समय से खेती में रासायनिक खाद और कीटनाशकों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे जमीन की उपजाऊ क्षमता कम होती जा रही है। अब सरकार किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने और कम लागत में ज्यादा और बेहतर फसल उगाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।

सरकार ने इस योजना के लिए पूरे 2481 करोड़ रुपये का बजट पास किया है, जिससे देशभर के 1 करोड़ किसानों को प्राकृतिक खेती की ट्रेनिंग दी जाएगी और संसाधन मुहैया कराए जाएंगे। तो चलिए, जानते हैं कि नेचुरल फार्मिंग मिशन क्या है, इसका मकसद क्या है और इससे किसानों को क्या फायदा होगा?

पीएम किसान योजना: अब मोबाइल से फटाफट होगी E-KYC, किसान भाइयों को मिलेगा बड़ा राहत

नेचुरल फार्मिंग मिशन: क्या है नेचुरल फार्मिंग मिशन का मकसद और किसानों को कैसे मिलेगा फायदा

क्या है नेचुरल फार्मिंग?

दोस्तों नेचुरल फार्मिंग यानी प्राकृतिक खेती, यह खेती की एक पुरानी और परंपरागत पद्धति है, जिसमें बिना किसी रासायनिक खाद और कीटनाशकों के खेती की जाती है। इस पद्धति में जैविक खाद, गोबर, गोमूत्र, नीम, धतूरा, गिलोय और दूसरे प्राकृतिक तत्वों का उपयोग करके खेती को उन्नत बनाया जाता है।

नेचुरल फार्मिंग से जमीन की सेहत सुधरती है, पर्यावरण सुरक्षित रहता है और किसानों की लागत भी कम होती है। किसानों को अब खाद, कीटनाशक और दवाओं पर ज्यादा खर्च करने की जरूरत नहीं होगी।

दोस्तों क्या आपको पता है? प्राकृतिक खेती से खेती की लागत 50% तक कम हो सकती है और उपज की गुणवत्ता भी बेहतर होती है। यही वजह है कि सरकार इसे बढ़ावा देने के लिए इतने बड़े स्तर पर काम कर रही है।

कितना है इस मिशन का बजट?

दोस्तों किसानों की भलाई के लिए सरकार इस योजना में कुल 2481 करोड़ रुपये खर्च कर रही है।

भारत सरकार इसमें 1584 करोड़ रुपये का योगदान दे रही है, जबकि राज्य सरकारें 897 करोड़ रुपये खर्च करेंगी।
इस बजट का उपयोग किसानों को ट्रेनिंग देने, संसाधन उपलब्ध कराने और प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने में किया जाएगा।

सरकार का उद्देश्य है कि ज्यादा से ज्यादा किसान इस योजना से जुड़ें और प्राकृतिक खेती को अपनाकर बेहतर मुनाफा कमाएं।

नेचुरल फार्मिंग मिशन: क्या है नेचुरल फार्मिंग मिशन का मकसद और किसानों को कैसे मिलेगा फायदा

क्या है नेचुरल फार्मिंग मिशन का मकसद?

दोस्तों इस मिशन का मुख्य लक्ष्य किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रेरित करना और उन्हें इसकी ट्रेनिंग देना है। इस योजना के तहत –

किसानों को उनके लोकल इलाके की खेती पद्धति के आधार पर प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
छोटे किसानों के लिए पारंपरिक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे वे बिना मशीनरी के भी अच्छी खेती कर सकें।
रासायनिक खेती से होने वाले नुकसान को कम करके जैविक और प्राकृतिक खेती को ज्यादा लोकप्रिय बनाया जाएगा।

किसानों को मिलेगा ये बड़ा फायदा

अब सवाल उठता है कि आखिर इस योजना से किसानों को क्या फायदा होगा? दोस्तों, इस योजना से किसानों को कई बड़े लाभ होंगे –

कम लागत में ज्यादा मुनाफा: रासायनिक खाद और कीटनाशकों के बिना खेती करने से किसानों का खर्च कम होगा और मुनाफा बढ़ेगा।

जमीन की सेहत सुधरेगी: प्राकृतिक खेती करने से मिट्टी की उर्वरता बनी रहेगी और फसल ज्यादा उपजाऊ होगी।

बिना केमिकल के हेल्दी फसल: प्राकृतिक खेती से उगाई गई फसलें ज्यादा पौष्टिक और सेहत के लिए फायदेमंद होती हैं।

पर्यावरण को होगा फायदा: नेचुरल फार्मिंग से मिट्टी, पानी और हवा की गुणवत्ता सुधरेगी और प्रदूषण कम होगा।

सरकारी ट्रेनिंग और संसाधन: किसानों को सरकार से ट्रेनिंग और खेती के लिए जरूरी संसाधन मिलेंगे, जिससे उन्हें प्राकृतिक खेती अपनाने में मदद मिलेगी

1 करोड़ किसानों तक पहुंचेगा यह मिशन

दोस्तों, सरकार इस योजना के तहत अगले दो सालों में पूरे 1 करोड़ किसानों को प्राकृतिक खेती से जोड़ने का लक्ष्य रख रही है।

15,000 ग्राम पंचायतों में यह योजना लागू की जाएगी।
7.5 लाख हेक्टेयर भूमि को प्राकृतिक खेती के लिए तैयार किया जाएगा।
स्वयं सहायता समूह (SHG), PACS और FPO जैसी संस्थाओं को इसमें प्राथमिकता दी जाएगी।

नेचुरल फार्मिंग से बदलेगी किसानों की तक़दीर

दोस्तों, अगर आप खेती से जुड़े हैं तो यह आपके लिए एक बेहतरीन अवसर है। इस योजना से आप –

अपनी खेती की लागत कम कर सकते हैं।
जमीन की उर्वरता को बनाए रख सकते हैं।
बेहतर और केमिकल-फ्री फसल उगा सकते हैं।
सरकारी योजनाओं और ट्रेनिंग का सीधा लाभ उठा सकते हैं।

तो दोस्तों, अगर आप या आपके जानने वाले किसान हैं, तो इस योजना की पूरी जानकारी लें और सरकार की मदद से प्राकृतिक खेती को अपनाएं। इससे आपकी फसल भी अच्छी होगी, खर्चा भी कम होगा और सेहत भी सही रहेगी

Join whatsapp group Join Now
Join Telegram group Join Now

Leave a Comment