आज हम आप सभी किसान भाइयो के लिए एक और बड़ी बात को लेकर आये है इस आर्टिकल के माध्यम से आप सभी को बतायेगे की टमाटर की खेती कैसे करे और इससे अच्छा उत्पादन लेने के किये आप को खेत में क्या करना होंगा जिससे उत्पादन ज्यादा और आमदनी भी अच्छी मिले ,इसमें होने वाले रोग बीमारी को भी कैसे कंट्रोल में किया जाये खास तौर से इसमें फलावर ड्रोपिंग की समस्या भी देखने को मिलती है तो उसको भी कैसे दूर किया जाये
टमाटर की खेती के लिए अलग अलग तरह से बीमारियों छुटकारा पाए
इस टमाटर की खेती के लिए अलग अलग तरह से बीमारियों को देखा जाता है जिससे किसानो की समस्या बड़ते जाती है वायरस की बीमारी ऊपर से लीफ का वायरस आता है जो बरसात के समय में जो टमाटर लगाये जाते है उस समय पर ये समस्या देखने को मिलती है इसको कैसे रोका जाता है ये सभी के बारे में मै आपको बताने वाला हु खास तौर में जो गर्मी में टमाटर के फलो में टमाटर सड जाते है उसको कैसे रोका जाये ये सभी के बारे में बताते है अगली समस्या जो देखने को मिलती है बलाइट की जिसे झुड की समस्या भी कहते है
इसके बाद जो समस्या आती है सौंडी की जो गर्मियों के मौसम में सबसे ज्यादा देखने को मिलती है ये अधिकतम फलो के अन्दर देखने को मिलती है ये सभी को किस तरह से रोका जाये किस तरह का बचाव किया जाये ये सभी के बारे में हम आपको बताने वाले है इस आर्टिकल के माध्यम से तो सबसे पहले बात करते है
लीफ कर्ल वायरस :
लीफ कर्ल वायरस ये जो बीमारी होती है ये एक बार आपके टमाटर में आ गई एक सिंगल पौधे में तो ये बीमारी बहुत तेजी से फैलती है एक पौधे से दुसरे पौधे में दुसरे से तीसरे में इस बीमारी को आने में सबसे बड़ा रोल वाईट फ्लाई का होता है जिसे सफ़ेद मच्छर भी कहते है ये समस्या ज्यादा पौधो के अन्दर में दिखाई दे रही है तो आपको क्या करना है 100 ग्राम के NPK के 19 -19 प्रति लिटर पंप के हिसाब से आपको डोज बनाना है 2 से 3 जिब्रेलिक ऐसिड लेना है
और साथ ही आपको जो डाइफ एंथरा आता है पेगासस उसके अन्दर से जो पुडिया निकलती है वो एक पैकेट पुडिया को लेना है और 20 से 25 लीटर वाला पम्प होता है पानी वाला उसके अन्दर डाल के अपने फसल के उपर स्प्रे कर देना है इसका स्प्रे करने से जो भी आया हुआ जितना भी वायरस जनित बीमारी जो भी है उसके ऊपर से कंट्रोल मिल जायेगा
जो पौधो में आया भी होंगा तो वो दुबारा से नई पत्तिया निकालने लगेगी ये सबसे अच्छा इलाज है फिर बात करते है अगली बीमारी जो गर्मियों में देखने को मिलती है
फ्रूट रोट :
फ्रूट रोट मतलब जो फल होते है जो काले पड़ने लगते है या फिर वो सड़ने लगते है तो उसके अन्दर क्या समस्या होती है तो अगर आपकी फसल के अन्दर फल बन चुके है फल का साइज जो है बड नही रहा है और फल आपको काले होते दिख रहे है तो फिर आपकी फसल के अन्दर कैल्शियम नाइट्रेट की कमी है तो आप कैल्शियम नाइट्रेट उपर से झिड़क भी सकते है या फिर आप फोलियर स्प्रे के अंदर भी बहुत से लिकविड कैल्शियम नाइट्रेट बोरोन करके आते है उनका भी आप स्प्रे कर सकते है
अगर आप निचे से छिडकाव करे है तो एक एकड़ के हिसाब से आपको डोज लगभग 15 से 20 किलो कैल्शियम नाइट्रेट WITH बोरोन से छिडकाव करे जो दानेदार कैल्शियम नाइट्रेट आता है बोर्नर के साथ मिला हुआ मिक्स और ऊपर से सिंचाई करे या फिर आप स्प्रे के अन्दर आप देने जारे है तो कैल्शियम नाइट्रेट या केल्श बोर आता है उनकी स्प्रे करे तो ये जो समस्या है उससे कंट्रोल मिल जायेगा
ब्लाइट की बीमारी :
ये जो बीमारी होती है इसमें पत्ते जो होते है वो निचे से जलना स्टार्ट होते है या तो ऊपर से जैसे लेट ब्लाइट है ,अर्ली ब्लाइट है इस तरह की जो होती है उसमे झुलसा आता है ये टमाटर के अन्दर बहुत गंभीर बीमारी होती है इसके बचाव के लिए आपको करना ये ही की कुछ फंजी साइड के स्प्रे करना होंगा जैसे फंजी साइड बताऊ तो आपको फोलियो गोल्ड ले सकते हो बायर कम्पनी की प्रोफाइलर ले सकते है
या उसके अन्दर नेटयू आती है वो भी ले सकते है इसमें से जो भी ले उसका स्प्रे आप कर सकते है हर 10 -10 दिन के बाद आपको चेंज करते रहना है आपकी फसल में आई हुई ब्लाइट की बीमारी से कंट्रोल मिल जायेगा
सुंड की बीमारी :
ये जो बीमारी होती है ये अधिकतम गर्मियों के मौसम में देखने को मिलती है आपकी फसल के अन्दर जो भी फ्रूट है वो तो बन गये है इसका साइज भी हुआ है लेकिन अन्दर में जो इल्लिया है अन्दर घुस चुकी है और उसकी वजह से जो फ्रूट है वो ख़तम हो चूका है उसको रोकने के लिए आप ये करे इमट बेंजो इसका आप स्प्रे कर सकते है या फिर आप कोरोजन ले कीजिये बहुत काफी हाइली टेकनिकल है इल्लियो को कही कंट्रोल में करती है फसल में इसका स्प्रे करे काफी अच्छा रिजल्ट देखने को मिलता है
पत्तियों का सिकुड़ना :
अब इस समय में हम एक और बीमारियों को देख रहे है फसलो में जो पत्ते है वो कही ना कही सुकडे दिखाई देते है जो पौधा है कही ना कही से बेरूख दिखाई देता है ग्रोथ भी कही ना कही रुक चुकी है गर्मी में ये जो समस्या है ना कही ना कही फसल के अंदर देखने को मिलती है तनाव के वजह से भी होती है आप ने किसी वजह से पानी काट दिया होंगा तो और पानी की डेफिसिट आपकी फसल के अन्दर आगे होंगी पानी की खीच आपके फसल के अन्दर आ गई होंगी इसी वजह से पौधा स्ट्रेज में आ जाता है
इसे बचाने के लिये पानी आपको देना हौंडा time टू time में दूसरा इस time के ऊपर कुछ सिविड एक्सक्स की सिजेंटा इस बियोन क्वंतिस है या फिर बयोविता है इस तरह के जो सिविड होते है उनकी स्प्रे करे आप NPK 052 को मिला लीजिये स्प्रे करे जो भी समस्या है वो ख़त्म हो जाएगी
फ्लावर ड्रॉपिंग :
ये जो बीमारी होती है ये ऐसी बीमारी है जिसमे फूल तो आते है लेकिन झड जाते है आपको अपनी फसलो को स्ट्रेज से दूर रखना होंगा time टू time अपनी फसलो के अन्दर सिंचाई करनी होंगी नमी बनाके रखे ,NPK का स्प्रे करना होंगा फ्लावरिंग स्टेज में उस time में NPK 13045 ले लेना है या फिर 05234 ले लेना है इसके अन्दर मिक्स करना है
बोरोन कही न कही आये गए फ्लावर है वो ड्रॉप होने से बच जाते है अच्छे से फ्लावर में पोलिनेशन होंगा ,दूसरी तरफ आप NPK के 1345 या 05234 जो आप अपनी फसल के अन्दर दे रहे हो जैसे 05234 है उसके अन्दर 52 % फास्फोरस है 34 पोटास है तो फास्फोरस से कही ना कही पोधो को स्टेज देंगा निचे से मजबूत होंगा फलो का साइज भी बढेगा पोटाश से हमारे पौषक तत्व ऊपर से जो भी हमने वगेरह दिया है |
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