गेहूं की फसल में खरपतवारों से बचाव के लिए इन दवाओं का करें इस्तेमाल, बढ़ेगा उत्पादन और होगी ज्यादा कमाई

By Purushottam Bisen

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गेहूं की फसल में खरपतवारों से बचाव के लिए इन दवाओं का करें इस्तेमाल, बढ़ेगा उत्पादन और होगी ज्यादा कमाई
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किसान साथियो, कैसे हैं आप सभी? उम्मीद है कि आप अपनी फसलों की देखभाल अच्छे से कर रहे होंगे। आज हम आपके लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आए हैं, जो आपके गेहूं की फसल को खरपतवारों के प्रकोप से बचाने में मदद करेगी। किसान भाईयो, खरपतवार न केवल फसल की बढ़त को रोकते हैं बल्कि उत्पादन पर भी गहरा असर डालते हैं। ऐसे में सही समय पर सही दवाओं का छिड़काव बहुत जरूरी हो जाता है।

सकरी पत्ती वाले खरपतवारों के लिए क्या करें?

किसान साथियो, अगर आपकी फसल में वन गेहूं, जंगली जई या आरी घास जैसी सकरी पत्ती वाली खरपतवार लग गई हैं, तो आपको सल्फोराल्फ़्यूरान 75% डब्लू.जी. का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके लिए 13.5 ग्राम दवा को 6 लीटर पानी में 500 मिली सरफेक्टेन्ट के साथ मिलाकर प्रति एकड़ 120-200 लीटर पानी में छिड़काव करें। यह छिड़काव बुआई के 30-35 दिनों के बाद करना चाहिए।

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इसके अलावा, किसान भाईयो, आप क्लोडिनाफॉप प्रोपरजिल 15% डब्लू.पी. का भी उपयोग कर सकते हैं। इसे प्रति एकड़ 160 ग्राम पानी में घोलकर छिड़काव करना चाहिए। इससे आपकी फसल खरपतवारों से मुक्त हो जाएगी और बेहतर उत्पादन देगी।

गेहूं की फसल में खरपतवारों से बचाव के लिए इन दवाओं का करें इस्तेमाल, बढ़ेगा उत्पादन और होगी ज्यादा कमाई

चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों का समाधान

अगर आपकी फसल में बथुआ, प्याजी, तीन पत्तियां या कृष्णनील जैसी चौड़ी पत्ती वाली खरपतवारें हो गई हैं, तो किसान भाईयो, आप मेटसल्फ़्यूरान मिथाइल 20% डब्ल्यू.पी. का छिड़काव कर सकते हैं। इसके लिए 8 ग्राम दवा को 6 लीटर पानी में 200 मिली सरफेक्टेन्ट मिलाकर 120-200 लीटर पानी में प्रति एकड़ छिड़काव करें। यह छिड़काव भी बुआई के 25-35 दिनों के बीच करना चाहिए।

इसके साथ ही, सल्फोसल्फ्यूरॉन मिथाइल 75% + मेटसल्फ्युरान मिथाइल 5% डब्ल्यू.जी. का इस्तेमाल भी चौड़ी पत्ती और वन गेहूं जैसी खरपतवारों के लिए किया जा सकता है। इसकी 16 ग्राम मात्रा में 500 मिली सरफेक्टेन्ट मिलाकर निर्धारित पानी में छिड़काव करें।

इसे भी पड़े: चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार नाशक दवा – खेती में सफलता के लिए सही दवाओं का चयन करें

छिड़काव के समय इन बातों का रखें ध्यान

किसान साथियो, दवाओं का छिड़काव हमेशा साफ और शांत मौसम में करें। तेज हवा या विपरीत दिशा में छिड़काव से बचें। छिड़काव के दौरान अपनी सुरक्षा का ध्यान रखते हुए फेस मास्क, दस्ताने और जूते जरूर पहनें। इसके अलावा, छिड़काव के बाद खेत में किसी भी तरह की मानव या पशु गतिविधि न होने दें।

क्यों है खरपतवार नियंत्रण जरूरी?

किसान भाईयो, खरपतवार फसल के पोषक तत्वों को खींचकर उसे कमजोर कर देते हैं। इससे न केवल फसल की गुणवत्ता गिरती है, बल्कि उत्पादन में भी भारी कमी आती है। खरपतवारों का समय पर नियंत्रण करके आप न केवल अपनी फसल को सुरक्षित रख सकते हैं, बल्कि अपनी मेहनत का अधिक लाभ भी उठा सकते हैं।

बिहार कृषि विभाग की सलाह

बिहार कृषि विभाग ने किसानों को खरपतवार नियंत्रण के लिए समय पर दवाओं का छिड़काव करने की सलाह दी है। किसान साथियो, सही जानकारी और सही उपायों से आप अपनी फसल को नुकसान से बचा सकते हैं और बेहतर उत्पादन सुनिश्चित कर सकते हैं।

तो किसान भाईयो, देर मत करें। आज ही इन दवाओं का इस्तेमाल करें और अपनी फसल को खरपतवारों के प्रकोप से बचाएं। इससे न केवल आपकी फसल मजबूत होगी, बल्कि आपकी कमाई भी बढ़ेगी।

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