आज मैं आपके लिए लेकर आया हूँ आंध्र प्रदेश का बहुत ही खास और यूनिक मैंगो वैरायटी, जिसे “सफेद आम” के नाम से जाना जाता है। यह आम अपने रंग, स्वाद और पहचान के लिए जाना जाता है और इसे “रानी आम” का दर्जा भी दिया गया है।
एक अनोखा पौधा – सफेद रंग वाला फल
आप मेरे पीछे देख सकते हैं यह वही पौधा है जिसमें सफेद रंग का फल लगता है। इस बार इस पौधे में शुरुआत में काफी अच्छी फ्लावरिंग और फ्रूटिंग देखने को मिली थी, लेकिन किसी कारणवश या तेज आंधी के चलते अधिकांश फल झड़ गए। फिर भी यह वैरायटी इतनी खास है कि इसे देखकर कोई भी आकर्षित हो जाए।
बगीचे में दिखती है मैंगो की वैरायटी की भरमार
मेरे बगल में आप अनेक प्रकार के मैंगो पौधे देख सकते हैं। जहाँ भी आपकी नजर जाएगी, वहाँ आपको कोई न कोई खास वैरायटी दिखाई देगी। लेकिन आज का यह सफेद आम, उन सभी वैरायटीज़ से हटकर और बेहतरीन है।
क्यों है यह आम इतना खास?
यह सफेद आम न केवल यूनिक रंग में आता है, बल्कि स्वाद में भी बेहद मीठा और रसदार होता है। इस आम की डिमांड खासतौर पर आंध्र प्रदेश में बहुत अधिक है। जैसे बिहार में मालदा, यूपी में दशहरी और महाराष्ट्र में हापुस (अल्फांसो) को पसंद किया जाता है, वैसे ही आंध्र प्रदेश में इस सफेद आम को खास शौक से खाया जाता है।
कहां-कहां होती है इसकी खेती?
इस वैरायटी की खेती मुख्यतः आंध्र प्रदेश में होती है। लेकिन यह बंगाल जैसे राज्यों में भी कुछ स्थानों पर देखने को मिल जाता है। हालांकि बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में यह आम बहुत कम या लगभग न के बराबर देखने को मिलता है।
फल का रंग और बनावट
इस मैंगो की सबसे बड़ी खासियत इसका रंग है। यह आम सफेद या क्रीम रंग में फलता है, जो इसे बाकी वैरायटीज़ से अलग बनाता है। यदि आप इसे खाने के लिए या सजावटी पौधे के रूप में लगाना चाहें, तो यह एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
अंतिम सुझाव
यदि आप एक अलग और स्वादिष्ट मैंगो वैरायटी अपने बगीचे में लगाना चाहते हैं, तो आंध्र प्रदेश का यह सफेद आम जरूर लगाएं। यह आपके बगीचे की शान बढ़ाएगा और फल के शौकीनों को एक नया स्वाद अनुभव देगा।
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