सोयाबीन भारत में उगाए जाने वाला एक प्रमुख फसल है। इसकी खेती भारत समेत दुनिया के लगभग हर देश में होती है। यह प्रोटीन का एक खास सोर्स भी है। इसके अलावा इससे निकलने वाले सोयाबीन ऑयल की भी काफी मांग है। भारत में मध्य प्रदेश इसके उत्पादन में सबसे अग्रणी है। इसके अलावा भारत के कई राज्य में भी इसकी खेती होती है। एक समस्या जो इसके खेती में खास कर आती है वो है खरपतवार की। अक्सर इसके खेतों में कई तरह के खरपतवार उग जाते है। इसलिए उसे खत्म करने के लिए आज हम सोयाबीन खरपतवार नाशक दवा के नाम आपके लिए लाये है
इसके नियंत्रण की काफी आवश्यकता भी है चुकी इससे सोयाबीन के फसल को काफी नुकसान पहुंचता है। तो आईए बिना देर कर इससे जुड़े खरपतवार के नामों को जान लेते है इसके बाद इन्हे कंट्रोल करने के लिए खरपतवार नाशक दवा के नाम भी जानेंगे।
सोयाबीन के खेतों में पाए जाने वाले खरपतवार
सोयाबीन के खेतों में भी कई तरह के खरपतवार पाएं जाते है। यह अलग अलग किस्म के होते है। मुख्यत इन्हे तीन श्रेणी में बाटा जा सकता है। आईए इन खरपतवारो के नाम जानते है। इसके बाद हम इससे जुड़े खरपतवार नाशक दवा के नाम और इसके प्रयोग को भी जानेंगे।
(1) मोथा श्रेणी के खरपतवार:
इस कैटेगरी में आने वाले खरपतवार की पत्तियां लंबी तथा तीन किनारे वाली होती है। यह काफी तेजी से सोयाबीन के खेतों में फैल जाता है और फसलों के बीच पसड़ जाता है। इनके अन्य सदस्य साइपेरस रोटन्ड्स, साइपेरस इत्यादि है।
(2) सकरी पत्ती वाले खरपतवार –
यह एक घास कुल का खरपतवारों है। इसकी पत्तियाँ पतली और लम्बी होती हैं तथा इन पत्तियों के में धार धार डिजाइन होता है। यह सोयाबीन के फसलों में कही भी उग जाते है। इनके अन्य सदस्य सांवक (इकाईनोक्लोआ कोलोना) तथा कोदों (इल्यूसिन इंडिका) इत्यादि है।
(3) चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार –
यह तीसरा प्रकार का खरपतवार है। इस प्रकार के खरपतवारों की पत्तियाँ अमूमन चौड़ी होती हैं तथा यह मुख्यत: दो बीजपत्रीय पौधे होते हैं इसके उदाहरण है: महकुंआ (अजेरेटम कोनीजाइडस), जंगली चौलाई (अमरेन्थस बिरिडिस), सफेद मुर्ग (सिलोसिया अजरेन्सिया), जंगली जूट (कोरकोरस एकुटैंन्गुलस), तथा कालादाना (आइपोमिया स्पीसीज), बन मकोय (फाइ जेलिस मिनिगा), ह्जारदाना (फाइलेन्थस निरुरी) इत्यादि।
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सोयाबीन खरपतवार नाशक दवा के नाम और प्रयोग
सोयाबीन खरपतवार नाशक दवा के नाम: कोई भी अपने खेत में खरपतवार नही ही चाहेगा, चुकी इससे फसलों का काफी नुकसान होता है। इसलिए खरपतवार को नष्ट करना काफी आवश्यक होता है। आईए अब आपको इसके लिए उपाय यानी खरपतवार नाशक के दवाएं बताते है।
फ्लूक्लोरोलिन
यह एक जाना माना खरपतवार नासक है जिसका प्रयोग सोयाबीन के खेतों में अक्सर किया जाता है। इसको सोयाबीन बुवाई के पूर्व ही खेतों में मिट्टी में मिला दिया जाता है ताकि किसी भी प्रकार का खरपतवार ना उग सके। यह मिट्टी में एक तरह का लेयर बना देता है जो की खरपतवार के विकास को रोक देता है। इसके उपयोग से चौड़ी और सकरी पत्ती वाले खरपतवारों का काफी हद तक रोका जा सकता है।
पेंडीमेंथलिन
अगर आपने अभी-अभी सोयाबीन की खेती शुरू की है और आप खरपतवार को लेकर चिंतित हैं। तो आप अपने खेतों में इसका प्रयोग कर सकते हैं। इसका प्रयोग सोयाबीन के बुवाई के तुरंत बाद फसलों के आने से पहले तक किया जा सकता है। यह आपके सोयाबीन के फसलों को सकरी और चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार से बचाता है। इसके अलावा यह कोई अन्य प्रकार के खरपतवार से भी सोयाबीन की फसलों को बचाता है।
मेट्रीब्यूजिन
मेट्रीब्यूजिन भी एक जाना माना खरपतवार नासिक है जिसका प्रयोग बहुत से किसान सोयाबीन के फसल में करते हैं। इसका उपयोग किसी भी समय किया जा सकता ही। यह आपके सोयाबीन के फसल को कई तरह के खरपतवार से बचाता है और पौधों को अच्छे से उगने में मदद करता है। यह मुख्यत चौड़ी और सकरी पत्ती वाले खरपतवार से सोयाबीन के फसलों को बचाता है।
फेनाक्जाप्राप (व्हिप सुपर 10 ई.सी.)
यह घास प्रजाति के खरपतवार को खत्म करने के लिए काफी कारगर खरपतवार नाशक है। इसका प्रयोग बुआई से 20 से 25 दिन बाद किया जाता है। इसके मदद से सोयाबीन के खेतों में उगने वाले घास और खास से जुड़े खरपतवार से छुटकारा पाया जा सकता है। यह आसानी से मार्केट में भी उपलब्ध होता है।
क्यूजालोफाप इथाईल
क्यूजालोफाप इथाईल सोयाबीन के खेतों में बेवजह उग जाने वाले घास को खत्म करने के लिए काफी कारगर उपाय है। यह एक काफी अच्छा खरपतवार नाशक है जिसका मुख्य काम घास और उससे जुड़े खरपतवार नाशक को नष्ट करने का है। इसका उपयोग फसल बोने के 15 से 20 दिन बाद किया जाता है। इससे सोयाबीन के खेतों में उगने वाले खरपतवार को नष्ट करने में काफी जल्दी मदद मिलती है।
FAQ: सोयाबीन खरपतवार नाशक दवा के नाम
Q: खरपतवार क्या होता है?
Ans: खरपतवार बेवजह खेतों में उग जाने वाले पौधे होते हैं। यह खेतो में बोए हुए फसलों के लिए नुकसानदेह होते है।
Q: खरपतवार नाशक क्या होता है?
Ans: खरपतवार नाशक खरपतवार को खत्म करने का एक रामबाण दवा होता है। यह अलग-अलग खरपतवार के लिए अलग-अलग आते है। यह मार्केट में आपको आसानी से मिल जाएंगे।
Q: चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार को कैसे नष्ट करे?
Ans: चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार को नष्ट करने के लिए आप फ्लूक्लोरोलिन का यूज कर सकते है। यह इसके लिए काफी कारगर साबित होता है।
Q: खरपतवार को हटाना क्यू जरूरी है?
Ans: खरपतवार बेवजह फसलों के आसपास उग जाते हैं और इससे फसलों को अच्छे से उगने में समस्या होती है और इससे इनका ग्रोथ भी रुक जाता है।
Q: घास प्रजाति खरपतवार को कैसे नष्ट करे?
Ans: इसके लिए आप अपने खेतो में क्यूजालोफाप इथाईल का यूज कर सकते है। इससे फसलों को घास आदि से बचाया जा सकता है।
निष्कर्ष
सोयाबीन के खेती में आज भारत काफी अग्रणी है। किसान इस फसल का उत्पादन करके अच्छा पैसे भी कमा पा रहे है। लेकिन कई बार खरपतवार की वजह से फसलों को नुकसान भी पहुंचता है। इसलिए आज के इस आर्टिकल में हमने आपको खरपतवार नाशक के बारे में बताया। हमने कई अलग अलग खरपतवार के लिए कई अलग अलग खरपतवार नाशक के बारे में भी जाना।
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