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1509 धान की खेती कैसे करें, पूरी जानकारी – बुवाई से लेकर पैदावार तक

1509 धान किस्म की विशेषताएं

1509 धान की एक उन्नत किस्म है जो अपने उत्कृष्ट स्वाद और उच्च उत्पादन क्षमता के लिए जानी जाती है। यह किस्म खाने में बेहद स्वादिष्ट होती है और अन्य किस्मों जैसे बासमती, शरबती आदि की तुलना में अधिक पसंद की जाती है। इसके चावल मध्यम आकार के होते हैं जो लंबाई में थोड़े लंबे परंतु पतले होते हैं। बासमती चावल की तुलना में यह थोड़ा छोटा होता है लेकिन स्वाद में बेहतर माना जाता है।

1509 धान की पैदावार कितनी है or 1509 धान का रेट

इस किस्म से प्रति एकड़ 20 से 25 क्विंटल तक उत्पादन आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। उचित देखभाल और प्रबंधन के साथ यह उत्पादन 25-30 क्विंटल प्रति एकड़ तक भी पहुंच सकता है। बाजार में इसका भाव लगभग ₹1500-2000 प्रति क्विंटल तक रहता है, जो अन्य किस्मों की तुलना में अधिक है। यह किसानों के लिए अच्छा मुनाफा देने वाली किस्म साबित हुई है।

1509 धान की खेती कैसे करें, पूरी जानकारी - बुवाई से लेकर पैदावार तक

रोग प्रतिरोधक क्षमता

1509 धान किस्म में पत्ता लपेट और हल्दी गांठ जैसी सामान्य बीमारियों का प्रकोप कम देखने को मिलता है। यह किस्म इन रोगों के प्रति काफी हद तक प्रतिरोधी है, जिससे किसानों को फसल सुरक्षा में आसानी रहती है। सामान्य सावधानियां बरतने पर इस किस्म को आसानी से उगाया जा सकता है।

फसल अवधि और पौधे की विशेषताएं

यह किस्म बुवाई के लगभग 110-120 दिनों में पककर तैयार हो जाती है। पौधे की ऊंचाई लगभग 90-100 सेंटीमीटर तक होती है, जो एक संतुलित ऊंचाई मानी जाती है। इस किस्म में गिरने (लॉजिंग) की समस्या कम देखने को मिलती है, जिससे कटाई के समय नुकसान की संभावना कम हो जाती है।

नर्सरी तैयार करने की विधि

इस किस्म की नर्सरी तैयार करना बेहद आसान है। बाजार से 1 किलोग्राम (या आवश्यकतानुसार अधिक) बीज खरीदकर उसे 3-4 घंटे के लिए पानी में भिगो दें। इसके बाद बीज को नम कपड़े में लपेटकर रख दें। लगभग 24 घंटे में बीज में अंकुरण शुरू हो जाएगा। अंकुरित बीज को नर्सरी में बोने से पौधे जल्दी तैयार होते हैं और मुख्य खेत में रोपाई के लिए अच्छी गुणवत्ता वाले पौधे प्राप्त होते हैं।

सफल खेती के लिए सुझाव

इस किस्म की सफल खेती के लिए खेत में पर्याप्त पानी का प्रबंधन आवश्यक है। जल निकासी की उचित व्यवस्था करें ताकि खेत में पानी का जमाव न हो। समय-समय पर खरपतवार नियंत्रण और उचित उर्वरक प्रबंधन करने से उत्पादन क्षमता बढ़ाई जा सकती है। यदि आप इस किस्म को उचित तरीके से उगाते हैं तो निश्चित रूप से आप अधिकतम पैदावार प्राप्त कर सकते हैं और अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

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Purushottam Bisen

किसान भाई इस ब्लॉग के माध्यम से हम सभी किसान भाइयो को खेती से जुडी अपडेट देते है साथ ही खेती से जुडी योजना एवं कृषि बिजनेस आइडियाज के बारे में भी बताते है

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