किसान साथियों अगर आप भिंडी से लाखो का मुनाफा चाहते है तो आपको इसकी अगेती फसल करना चाहिए होता क्या है कई बार फसल लगाने में लेट हो जाते है और मंडी में हमारी सब्जी वो भी लेट पहुचती है और उससे पहले अगेती खेती वाले किसानो की सब्जिया वह पहुच जाती है और वो अच्छा खासा रेत ले लेते है इसलिए हमें हमेशा अगेती खेती ही करना चाहिए
भिंडी की अगेती खेती कैसे करें
भिंडी की अगेती खेती दिसम्बर और जनवरी महीने में की जाती है लेकिन अगर दिसम्बर में इसकी बुवाई कर देते है तो ज्यादा सही रहता है अगेती खेती के लिए किसी भी फसल के लिए जलवायु बहुत महत्वपूर्ण होता है भिंडी के लिए 25 से 30 डिग्री तापमान होना चाहिए
भिन्डी के लिए दोमट और बलुई मिटटी बेहद खास होती है बहुत उपयुक्त होती है लेकिन आप भिंडी को किसी भी भूमि में लगा सकते है भूमि का ph मान 6 से 8 के बीच रहना चाहिए
खेत की तैयारी कैसे करें
ध्यान रखे खेत की मिटटी का भुरभुरा होना बहुत जरुरी है इसके बाद आप बेड बनाकर मतलब क्यारिया बना सकते है लाइन से लाइन के बीच की दुरी 50 cm रखना है और पौधे से पौधे के बीच की दुरी 20 cm रखना चाहिए और बीज को 1.5 से 2 cm की गहरायी में लगाना है उसके बाद भिंडी की बुवाई कर देनी है
भिंडी की उन्नत किस्मे
भिंडी की उन्नत किस्म के लिए बीज का चुनाव ध्यान पूर्वक करना चाहिए क्योकि आप अगेती भिंडी की बुवाई करने वाले है आप देखे की अगेती खेती के लिए कौनसा बीज अच्छा होता है उन बीज का चुनाव करें
ADU-216 (UPL की शानदार किस्म)
यह किस्म 40 से 45 दिन में तैयार हो जाती है इस किस्म को आप लेट समय में भी लगा सकते है मतलब आप दिसम्बर और जनवरी में नहीं लगा पा रहे है तो आप इसे फरवरी में भी लगा सकते है
सम्राट किस्म
इसकी खासियत यह है की आप इसको कभी भी लगा सकते है इसके फल भी बहुत ही अच्छे होते है यह भी लगभग 45 से 50 दिन में तैयार हो जाती है
UPL – राधिका
सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली भिंडी की यह बेस्ट किस्म है अगर आपके छेत्र में यह किस्म के बीज मिल जाते है तो इसे जरुर लगायें यह भी 40 से 45 दिन में तैयार हो जाती है
बीज दर
बीज दर की बात करें तो 5 से 6 किलो प्रति एकड़ में लग जाता है ध्यान रखे जब आप बीज की बुवाई करते है उसके 24 घंटे पहले बीज को पानी में फुलोव देना है इससे अंकुरण बहुत जल्दी होता है इसके साथ हमें कार्बेन्डाजीम लेना है और प्रति किलो के हिसाब से सोधन करना है उपचारित करना है इससे अगली फसल के लिए कीट व रोग नहीं लगेगे और फसल सुरक्षित रहेगी
खाद का उपयोग
इसके लिए आप 25 किलो यूरिया और 30 किलो DAP लेना है इसके साथ 20 किलो पोटाश लेना है इनको बुवाई के समय खेतो में अच्छी तरह से मिला देना है उसके बाद बुवाई के 15 दिन बाद 19-19-19- का स्प्रे करना है क्योकि इस समय पर पौधों को बहुत ही ज्यादा मात्रा में पोषक तत्व की आवश्यकता होती है
पौधा जब अच्छी तरह से ग्रो हो जाता है मतलब फुल आने लगते है उस समय 05234 लेना है 05234 फूलो को बढ़ाते है और भिंडी की मात्रा को बढाता है 2 लीटर पानी में इसका घोल बना लेना चाहिए फिर स्प्रे करना चाहिए यूरिया का इस्तेमाल जब फल बनाने लग जाये तब करना है
खरपतवार को आप हाथ से निकाल सकते है और अगर ज्यादा मात्रा में खरपतवार दिखाई देते है तब आप pendimethalin का इस्तेमाल कर सकते है
सिचाई कब और कैसे करें
सिचाई आपको 10 से 15 दिन के अन्तराल में करते रहना है ध्यान रखे की खेत बहुत ज्यादा सुखा नहीं हो और बहुत ज्यादा गिला भी ना हो मतलब आपके खेत में पानी नहीं रुकना चाहिए
भिंडी की तुडाई कब करें
अगर भिंडी ज्यादा बड रही है और मुलायम है तो ठीक है लेकिन भिंडी बड़ी होने पर कड़ी हो रही है मतलब हार्ड समझमे आ रही है तो उसकी तुडाई पहले ही करनी चाहिए ध्यान रहे भिंडी ज्यादा मुलायम और कड़ी नहीं होना चाहिए और अगर येसा है तो आप भिंडी का मार्केट भाव अच्छा ले सकते है इसके लिए आप भिंडी का समय समय पर ध्यान रखे देखते रहे की भिंडी की तुडाई कब करनी जरुरी है
निष्कर्ष
किसान साथियों एक बात का जरुर ध्यान रखे की कोई भी फसल आप करते है उनकी निगरानी बहुत जरुरी होती है निगरानी नहीं करेगे तो फसल को नुकशान हो सकता है साथ ही उसमे कीटो का प्रकोप भी हो सकता है विभिन्न प्रकार के रोग भी लग सकते है जब हम निगरानी करेगे तो उसका उपाय भी निदान भी समय पर निकाल पाएंगे किसान भाई जो भी जानकारी हमने दी है उस पर अमल करें और ध्यानपूर्वक खेती करें
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