बरसात में किसी सब्जी का रेट रहे या ना रहे लेकिन ग्वार फली रेट पुरे साल भर बना रहता है 1 एकड़ में 12 से 15 हजार रूपए लगाकर 2 महीने में 2.5 से 3 लाख रूपए आसानी से कमा सकते है पूरी जानकारी के लिए इस आर्टिकल के ध्यान से पड़े इसमें आपको सम्पूर्ण जानकारी दी गयी है जैसे – ग्वार फली के लिए उपयुक्त मिटटी , हाइब्रिड किस्मे ,खेत की तैयारी ,बीज उपचार ,बुवाई का सही समय ,खाद उर्वरक प्रबंधन ,सिचाई का सही समय ,निराई गुडाई का सही तरीका ,फलियों की तुडाई ,लागत और कमाई इत्यादि की जानकारी दी हुयी है
ग्वार फली के लिए उपयुक्त मिटटी
किसान भाइयो ग्वार फली की खेती आप लगभग हर तरह की मिटटी में कर सकते है लेकिन अगर अच्छी मिटटी की बात करें तो आप रेतीली या दोमट बलुई मिटटी में कर सकते है ध्यान रखे की मिटटी का ph मान 7.5 से 8.5 के बीच रहना चाहिए छारीय और नमक वाली मिटटी में इसकी खेती ना करें
हाइब्रिड किस्मे
1. NVR की मानसी वैरायटी : इसकी फल्लिया हल्की लाइट ग्रीन होती है इसकी पहली तुडाई बुवाई के 55 से 60 दिन में शुरु हो जाती है इसको आप गर्मी और बरसात दोनों समय में लगा सकते है और इसकी फल्लिया अन्य किस्मो की अपेक्षा ज्यादा लम्बी होती है
2. Namdhari की Cluster Beans वैरायटी : यह भी गहरे हरे रंग की चमकदार फल्लिया होती है इसकी पहली तुडाई केवल 38 से 40 दिनों में शुरु हो जाती है इस किस्म को गर्मी और बरसात दोनों सीजन में लगा सकते है
3. ANKUR ब्रांड की RANI वैरायटी : पहली तुडाई 38 से 40 दिन में शुरु हो जाती है ध्यान रहे हमने जिन जिन किस्म के बारे में बताया है की गर्मी और बरसात में लगा सकते है अगर आप गर्मी के लिए लगाना चाहते है तो जनुअरी से फरवरी में लगाये और बरसात के लिए आप जुन से लेकर आखिरी जुलाई तक लगा सकते है
खेत की तैयारी
सबसे पहले खेत की अच्छी तरह से जुताई कर देना है उसके बाद गोबर की खाद डाल देना है उसके बाद फिर से जुताई कर देना है ध्यान रहे की खरपतवार आपने निकाल लिए हो खरपतवार नहीं होना चाहिए उसके बाद क्यारिया बनाकर ग्वार फली की बुवाई कर सकते है
बीज उपचार
बीज का उपचार करना जरुरी होता है सबसे पहले आपको बेबिस्तिन या capton ले लेना है दोनों में से किसी एक दवा को ही ले अगर आप capton ले रहे है तो 1 किलो बीज में 2 ग्राम capton से बीज को उपचारित करें छाया में सुखाये फिर उसकी बुवाई करें
बुवाई का सही तरीका
ग्वार फली की बुवाई की विधिया 2 प्रकार की होती है पहली लाइन विधि और दूसरी छिडकाव विधि से कर सकते है लेकिन आपको हमेशा लाइन विधि से ही करना चाहिए क्योकि इसमें खरपतवार नियंत्रण करने में आसानी जाती है
खाद उर्वरक प्रबंधन
बुवाई के समय 1 एकड़ 30 kg DAP, 20 kg यूरिया और 10 kg जिंक सल्फेट डालते है तो अच्छा उत्पादन देखने को मिलता है और 25 से 30 दिनों के बाद जब फुल लगने शुरु होते है तब आपको 25 से 30 kg यूरिया डालना है
सिचाई का सही समय
ग्वार फली की फसल में आपको 70 से 10 दिनों में सिचाई करते रहना चाहिए फुल और फल्लिया बनते समय सिचाई में कोई कमी नहीं रहना चाहिए सिचाई श्याम को करें और ज्यादा खेत में पानी का भराव ना रखे
निराई गुडाई का सही तरीका
ग्वार फली की खेती में 2 बार निराई गुडाई करनी चाहिए पहली निराई गुडाई 6 से 8 दिन में करना चाहिए और दूसरी निराई गुडाई 40 दिन के अन्तराल में करना चाहिए इससे कोई खरपतवार नहीं उग पाएंगे
फलियों की तुडाई
किसान भाइयो फलियों की तुडाई आप 40 से 50 दिन में शुरु हो जाती है जो हाइब्रिड किस्मे होती है और लगातार 100 से 120 दिन तक जारी रहती है
लागत और कमाई
1 एकड़ में 60 से 70 क्विंटल उत्पादन होता है अगर आप प्रति किलो 20 रूपए भी बेचते है फिर भी आप 1.40 लाख रूपए आसानी से कमा पाएंगे
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किसान भाई इस ब्लॉग के माध्यम से हम सभी किसान भाइयो को खेती से जुडी अपडेट देते है साथ ही खेती से जुडी योजना एवं कृषि बिजनेस आइडियाज के बारे में भी बताते है