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मई और जून में करें इन 6 सब्जियों की खेती, गर्मी और बरसात दोनों मौसम में मिलेगा जबरदस्त मुनाफा

मई और जून का महीना खेती के लिहाज से काफी संवेदनशील होता है। इस समय गर्मी अपने चरम पर होती है और कई बार अचानक बारिश शुरू हो जाती है, जिससे पहले से लगाए गए गर्मियों की फसलें बर्बाद हो जाती हैं। ऐसे में किसानों के लिए यह समझना जरूरी हो जाता है कि इस समय कौन-सी फसलें लगाई जाएं जो गर्मी और बारिश दोनों को सहन कर सकें और साथ ही बाजार में अच्छा रेट भी दिलवा सकें। आज हम आपको बताएंगे ऐसी 6 प्रमुख सब्जियों के बारे में जो मई और जून में खेती के लिए उपयुक्त हैं और जिनकी खेती से आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

मूली की खेती:

मई-जून में मूली की खेती एक जोखिम भरा लेकिन फायदे का सौदा है। अगर आप सही वैरायटी का चयन करते हैं और खेत की तैयारी वैज्ञानिक ढंग से करते हैं, तो मूली आपको शानदार उत्पादन और मुनाफा दे सकती है। इस समय के लिए उपयुक्त मूली की वैरायटी है:

मई और जून में करें इन 6 सब्जियों की खेती, गर्मी और बरसात दोनों मौसम में मिलेगा जबरदस्त मुनाफा

  • नॉन्गो सीड्स का KTX-999

  • शानगो का R3

  • सोमानी सीड्स की हाईब्रिड किस्म

मूली की खेती में जैविक खाद जैसे गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट का अधिक उपयोग करें ताकि मिट्टी में नमी बनी रहे और कंद अच्छी तरह से विकसित हो सके। इस समय मूली में कीटों द्वारा कंद में दाग पड़ने की समस्या आम है। इससे बचने के लिए खेत की तैयारी के समय ही इंसेक्टिसाइड का प्रयोग करें और बाद में ड्रेंचिंग करें। इसके अलावा बायर का विलोम प्राइम भी प्रभावी रूप से प्रयोग किया जा सकता है।

टमाटर की खेती:

टमाटर मई-जून में लगाने के लिए एक बेहतरीन विकल्प है, लेकिन वैरायटी का चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। इस समय के लिए सबसे उपयुक्त वैरायटी है सिंज का ‘साहू’, जो गर्मी और बरसात दोनों को झेलने में सक्षम है।

फसल की सुरक्षा के लिए पहले से ही फंगीसाइड और इंसेक्टिसाइड तैयार रखें। टमाटर के पत्तों में झुलसा रोग से बचाव के लिए एक्रोवेट, इन्फिनिटी या कॉपर ऑक्सीक्लोराइड का छिड़काव करें। इससे फसल स्वस्थ रहेगी और उत्पादन बेहतर मिलेगा।

फूलगोभी की खेती:

फूलगोभी की खेती में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका वैरायटी की होती है। अगर गलत वैरायटी का चयन हुआ, तो पौधे तो बढ़ जाएंगे लेकिन फूल नहीं बनेंगे। मई-जून के लिए उपयुक्त वैरायटी हैं:

इन वैरायटीज़ की खास बात यह है कि इनमें फूल का विकास अच्छी तरह होता है और बाजार में बेहतरीन रेट मिलते हैं। फूलगोभी में ब्लैक रोट रोग का खतरा रहता है। इससे बचाव के लिए कॉपर ऑक्सीक्लोराइड, कॉपर हाइड्रोक्साइड, कासुगामाइसिन या स्ट्रेप्टोमाइसिन का समय-समय पर छिड़काव करते रहें।

बरबटी की खेती:

बहुत कम किसान जानते हैं कि मई-जून में बरबटी (लत्ता वाली सब्जी) की खेती से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। सिंज का YB7 सफेद बरबटी की एक बेहतरीन वैरायटी है, जिसे तार-बांस मचान विधि से उगाया जाता है। यह वैरायटी गर्मी और बरसात दोनों में शानदार प्रदर्शन करती है और बाजार में इसकी अच्छी मांग रहती है।

करेला की खेती:

करेला की खेती भी इस समय एक लाभदायक विकल्प हो सकता है, बशर्ते आप इसे मचान विधि से उगाएं। सीधी जमीन में उगाने पर बरसात के कारण पौधे सड़ सकते हैं। इस समय के लिए उपयुक्त वैरायटी है:

  • VNR कंपनी का NT-77, जो लंबा और आकर्षक फल देता है तथा गर्मी और बरसात दोनों मौसमों में अच्छा उत्पादन करता है।

करेला की खेती में फ्रूट फ्लाई की समस्या सामान्य है। इससे बचने के लिए फेरोमोन ट्रैप, येलो स्टिकी ट्रैप और सोलमोन जैसे कीटनाशकों का प्रयोग करें।

सही वैरायटी और वैज्ञानिक विधि से करें खेती

मई और जून के मौसम में सब्जी की खेती करते समय सबसे जरूरी है सही फसल और वैरायटी का चयन। इसके साथ ही खेती के वैज्ञानिक तरीकों को अपनाना बेहद जरूरी है, जिससे मौसम के बदलाव से फसल पर कोई नकारात्मक असर न हो। ऊपर बताई गई छह सब्जियों की खेती यदि ध्यानपूर्वक की जाए, तो किसान भाइयों को बाजार में बहुत अच्छा भाव मिलेगा और खेती का जोखिम भी कम हो जाएगा।

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Purushottam Bisen

किसान भाई इस ब्लॉग के माध्यम से हम सभी किसान भाइयो को खेती से जुडी अपडेट देते है साथ ही खेती से जुडी योजना एवं कृषि बिजनेस आइडियाज के बारे में भी बताते है

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