धनिया जिसे अंग्रेजी में coriander कहा जाता है यह भारत में प्रयोग की जाने वाली एक मुख्य हरी पत्ती है जिसका उपयोग टेस्ट और सुगंध के लिए सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाता है इसके बीज का भी उत्पादन भारत में खड़े मसालों के रूप में किया जाता है आज हम आपको इस आर्टिकल इसी फसल के बारे में बताएँगे जिसे आप फरवरी और मार्च के महीने में लगा कर लाखो रूपये तक कमा सकते है 3 महीनो में आइये जानते इसे उगाने कि सफल विधि जिससे की सर्वाधिक उत्पादन आपको मिल सके |
धनिया की खेती किस समय करे
धनिया का उत्पादन कोई भी सीजन में किया जा सकता है लेकिन सीजन के अनुसार बिज की किस्म अलग अलग रखनी होती है जिससे की अधिक उत्पादन प्राप्त हो मुख्य रूप से ठण्ड के समय धनिया का उत्पादन किया जाता है क्यूंकि इस समय आपको धनिया फल वाली अधिक देखने को मिलती है और इसका मंडी थोक भाव भी कम रहता है लेकिन जो गर्मी के सीजन में धनिया लगाईं जाती वो सर्वाधिक पत्तो वाली होती है |
इसे भी पड़े : गर्मी में इस तरह करे टमाटर की खेती और पाए लाखो का मुनाफा
धनिया की खेती के लिए उन्नत किस्म
यदि आप फ़रवरी और मार्च में धनिया की खेती करना चाहते है तो उसके लिए आपको कुछ हाइब्रिड किस्मो कू चुनना होगा जिसमे kalash की ओर से आने वाली कैरिब ,shine की रूचि ,नमधारी की सुरभि ,बॉम्बे सुपर की साईं यह सब किस्म इनमे शामिल है |
धनिया की प्रति एकड़ खेती के लिए बिज कि मात्रा
आप धनिया की खेती के लिए प्रति एकड़ में 8 kg बिज की मात्रा का प्रयोग कर सकते है | और आप अपनी फसल को स्वस्थ रखना चाहते है तो आप बिज कू बुआई से पहले 12 घंटे तक पानी में भिगोकर रखे और उसमे 5 ग्राम trichoderma का प्रयोग करे |
धनिया की बुआई किस तरह करे
इसकी बुआई करने के लिए आप सबसे अपने खेत को दो बार अच्छे से जुताई करले और हो सके तो उसमे गोबर की खाद का अवश्य इस्तेमाल करे और फिर यदि आप बेड बना कर इसकी खेती करना चाहते है तो आप बेड की चौड़ाई 30 cm तक रखे और धनिया के बीजो को हलके नरम हाथो से बिज को दो टुकड़े में बांट कर इसकी बुआई करे और हो सके तो आप एक एकड़ खेत को 4 भागो में बाट ले और प्रत्येक भाग में धनिया के बिज की बुआई 15 15 दिन के नत्राल में करे इससे आपको एक साथ हार्वेस्टिंग का लोड नहीं पड़ेगा |
धनिया की खेती के लिए खाद्य उर्वरक और सिंचाई
धनिया के लिए बुआई के 30 दिन बाद आप यूरिया 15kg प्रति एकड़ में डाल सकते है इसके बाद SSP 90 kg प्रति एकड़ ,पोटाश 15 kg प्रति एकड़ इस्तेमाल करे | सिंचाई के लिए आप बुआई के समय एक बार सिंचाई करे और और सके बाद 3 दिन बाद सिंचाई करे इसके बाद आप 6 6 दिन के अंतराल में इसमें सिंचाई कर सकते है और ध्यान रखे की आपकी फसल में ज़रूरत से ज्यादा पानी नाहो खेत में भी ज्यादा नमी ना हो वर्ना आपकी फसल ख़राब हो सकती है |
इसे भी पड़े :
किसान भाई इस ब्लॉग के माध्यम से हम सभी किसान भाइयो को खेती से जुडी अपडेट देते है साथ ही खेती से जुडी योजना एवं कृषि बिजनेस आइडियाज के बारे में भी बताते है