ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती: मुंग की खेती मुख्य रूप से राजस्थान में की जाती है राजस्थान के गर्म जलवायु मुंग की खेती के लिए बहुत उपयोगी है | अब राजस्थान के साथ साथ मध्यप्रदेश , गुजरात , हरियाणा , उतरप्रदेश में भी की जाती है | इसकी फसल की बात की जाये तो ये 60 से 70 दिन की फसल होती है | मुंग की खेती खरीब , रब्बी ,जायद तीनो सीजन में की जाती है |
रब्बी की फसलो की कटाई के बाद हमारे खेत खली हो जाते है | अगली फसलो की बुवाई जून ,जुलाई में की जाती है इस बीच में खेत खाली रहते है | खाली रखने से अच्छा है की सभी किसान भाई मुंग की बुवाई कर ले इस समय मुंग की बुवाई करने में लाभ भी मिलता है साथ हे साथ इसमें लगात भी कम लगती है |
ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती
1. लागत व कमाई
मूंग 55 से 60 दिनों में पक कर तैयार हो जाती है अगर उन्नत किस्म और वैज्ञनिक तरीके से की जाये तो इससे 12 से 15 कुविन्टल प्रति हेक्टेयर तक उत्पादन किया जा सकता है | सामान्य विधि से इसकी खेती से 7 से 8 कुविन्टल तक उत्पादन किया जा सकता है | एक हैक्टेयर मुंग की खेती का उन्नत खेती पर तक़रीबन 18 से 20 हजार तक का खर्च आता है अब इसके बाजार भाव को देखे तो 7.50 प्रति कुविन्टल देखने को मिलते है |
2. बुवाई का समय
मुंग की फसल उच्च तापमान को सहेंन कर सकती है इसकी खेती केलिए 25 से 40 डिग्री तक तापमान कि आवश्यकता होती है खरीब की फसल में मुंग की बुवाई जुलाई में की जाती है जबकि ग्रीष्मकालीन में मार्च के पहले हफ्ते में अप्रैल के दुसरे हफ्ते तक कर सकते है | हलकी हलकी वर्षा के कारण ये मौसम मुंग की फसल का बना हुआ है |
3. खेत की तैयारी
मुंग की बुवाई से पहले खेतो में मिट्टी पलट ने वाले हल से अच्छी तरह खेत की मिट्टी कि जुटाई करे ताकि रब्बी की फसल के अवसेस मिट्टी में दब जाये और खरपत वार निकल जाये | उसके बाद भूमि को समतल करे | बीच को एक समान बोने के लिए खेत में अच्छे से पाता लगाये या फिर रोटा वेटर को भी चलाये |
4. बीज की मात्रा
खरीब के मौसम में मुंग का बीज 12 से 15 किलोग्राम प्रति हैक्टेयर लगता है जबकि जायद के मौसम में बीज की मात्रा 20 से 25 किलोग्राम प्रति हैक्टेयर लेना चाहिए |
5. उन्नत किस्मे
घरेलु बीजो के साथ साथ हाईब्रिट के बीजो को लेना चाहिये जिससे प्रतिकूल मौसम का सामना करने और अच्छा उत्पादन देने की घमता होती है उन्नत किस्म में आप पूसा विसाल ,जवाहर मुंग -3 ,पंत मुंग 3 एय काफी अच्छी किस्म होती है इससे आप अच्छा उत्पादन भी ले सकते है
6. सिंचाई
मुंग की फसल में पहली सिंचाई हलकी मिट्टी के हिसाब से बुवाई के 20 से 25 दिन बाद और 10 से 15 दिन के अन्तराल में सिंचाई करते रहना चाहिये |
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