पिछले काफी समय से आप सभी की टिप्पणियां आ रही थीं कि महिको नवतेज वैरायटी के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाए। इसलिए आज हम इस लेख के माध्यम से आपको इस वैरायटी की पूरी जानकारी देंगे। नवतेज वैरायटी पर हल्के-फुल्के रोग और कीटों का असर देखा जाता है, जैसे कि लीफ कर्ल वायरस, पत्ती मरोड़ रोग और थ्रिप्स का प्रकोप। ऐसे में प्रॉपर स्प्रे करना बहुत जरूरी है। ब्लैक थ्रिप्स और नॉर्मल थ्रिप्स के लिए समय-समय पर स्प्रे करें और वाइट फ्लाई के नियंत्रण के लिए भी उचित दवाइयों का छिड़काव करें। इससे उत्पादन पर सकारात्मक असर होगा।
फसल की शुरुआती तैयारी और ट्रायल खेती
किसानों को सलाह दी जाती है कि नवतेज वैरायटी की खेती शुरू करने से पहले ट्रायल के रूप में आधा एकड़ में इसे लगाकर देखें। यदि उत्पादन अच्छा मिलता है, तभी बड़े क्षेत्र में इसकी खेती बढ़ाएं। यह तरीका आपको जोखिम कम करने में मदद करेगा और उत्पादन की गुणवत्ता का अनुमान लगाने का मौका देगा।
रोपण का सही समय और स्थान
महिको नवतेज 319 F1 हाइब्रिड मिर्च की खेती आप जून से अगस्त और दिसंबर से जनवरी के बीच कर सकते हैं। यह किस्म सभी राज्यों में आसानी से उगाई जा सकती है। बरसात के मौसम में, मई, जून और जुलाई में नर्सरी तैयार करें, जबकि गर्मियों के लिए मार्च-अप्रैल और सर्दियों के लिए मध्य अक्टूबर से नवंबर के बीच नर्सरी तैयार करना उपयुक्त है।
फलों की विशेषताएँ और उत्पादन क्षमता
इस हाइब्रिड किस्म के मिर्च के फल 8 से 10 सेंटीमीटर लंबे होते हैं और इनका रंग गहरा हरा (डार्क ग्रीन) होता है। इन मिर्चों में तीखापन भी काफी अधिक होता है, जो बाजार में इसकी अच्छी मांग बनाता है। पहली तुड़ाई 60 से 65 दिन में शुरू हो जाती है। एक एकड़ में लगभग 80 से 100 ग्राम बीज की आवश्यकता होती है। इसकी सेल्फ लाइफ लगभग 8 से 9 महीने तक रहती है, जो इसे बाजार में टिकाऊ बनाती है।
खेत में दूरी और उत्पादन
नवतेज मिर्च की खेती में पौधे से पौधे की दूरी एक फीट और कतार से कतार की दूरी 4 से 4.2 फीट रखनी चाहिए। बीज की कीमत लगभग 700 रुपये से 900 रुपये प्रति 10 ग्राम के पैकेट में देखने को मिलती है। एक एकड़ में इस किस्म से अधिकतम 40 से 45 टन तक उत्पादन लिया जा सकता है, हालांकि औसतन किसान 25 टन उत्पादन प्राप्त कर पाते हैं।
रोग प्रबंधन और स्प्रे शेड्यूल
नवतेज मिर्च पर लीफ कर्ल वायरस, पत्ती मरोड़ और थ्रिप्स का हल्का प्रकोप हो सकता है। इसके लिए नियमित रूप से स्प्रे करना जरूरी है। ब्लैक थ्रिप्स, सामान्य थ्रिप्स और वाइट फ्लाई के नियंत्रण के लिए उचित कीटनाशकों का छिड़काव करें। इससे न सिर्फ उत्पादन बेहतर होगा, बल्कि फलों की गुणवत्ता भी बनी रहेगी।
खाद प्रबंधन और अन्य जरूरी जानकारियां
मिर्च की खेती में खाद प्रबंधन बहुत जरूरी होता है। खेत की तैयारी, खाद, सिंचाई और रोग नियंत्रण की संपूर्ण जानकारी हमारे यूट्यूब चैनल पर उपलब्ध है, जिसका लिंक डिस्क्रिप्शन में दिया गया है। ए टू जेड वीडियो देखकर किसान भाई पूरी तैयारी कर सकते हैं और मिर्च की अच्छी खेती कर सकते हैं।
नवतेज मिर्च की मार्केटिंग और मांग
नवतेज मिर्च के गहरे हरे और वजनदार फल बाजार में आकर्षण का केंद्र होते हैं। इसकी मार्केटिंग डिमांड हमेशा बनी रहती है, जिससे किसानों को अच्छी कीमत मिलती है। अगर आप बरसात के मौसम में इसकी खेती कर रहे हैं, तो उपयुक्त समय पर नर्सरी तैयार करें, ताकि मौसम के अनुसार अच्छी फसल मिल सके।

मेरा नाम छोटन राय है और मै एक ब्लॉगर हु और sacchikheti.com का founder हु और मै इस वेबसाइट ब्लॉग के माध्यम से हम सभी किसान भाइयो को खेती से जुडी अपडेट देते है साथ ही खेती से जुडी योजना एवं कृषि बिजनेस आइडियाज के बारे में भी बताते है,मुझे कंटेंट राइटिंग करते हुए 6 सालो का अनुभव है|